मुंबई । शिवसेना सांसद संजय राउत ने एक बार फिर महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर निशाना साधा है। शिवसेना के मुखपत्र सामना में अपने साप्ताहिक कॉलम में संजय राउत ने आरोप लगाया कि राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी महाराष्ट्र के विधान परिषद में 12 सदस्यों की नियुक्ति में जानबूझकर विलंब करेंगे, जिन्हें विभिन्न क्षेत्रों के विशेष ज्ञान और अनुभव के आधार पर सदन की सदस्यता दी जाती है।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले, अप्रैल में भी संजय राउत ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) के रूप में नियुक्ति में देरी को लेकर राज्यपाल पर निशाना साधा था। बाद में, राजभवन में राज्यपाल से संजय राउत की एक 'शिष्टाचार मुलाकात' में यह मुद्दा सुलझा था। बहरहाल, अपने रविवारीय कॉलम में संजय राउत ने कहा है कि विधान परिषद के इन सदस्यों की नियुक्ति में अक्टूबर तक देरी की जा सकती है, क्योंकि अफवाहें हैं कि महाराष्ट्र विकास अघाड़ी की सरकार तब तक नहीं टिकेगी और फिर नई सरकार इन 12 सदस्यों की नियुक्ति करेगी।
शिवसेना सांसद ने कहा कि कुछ लोग महाराष्ट्र विकास अघाड़ी की सरकार के गिरने के सपने देख रहे हैं। लेकिन वे जान लें कि यह गठबंधन सरकार स्थिर है। संजय राउत ने कहा कि एक तरफ विपक्ष के नेता देवेंद्र फडनवीस कह रहे हैं कि महाराष्ट्र सरकार को गिराने में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है और आंतरिक कलह के कारण यह सरकार खुद ही गिर जाएगी। दूसरी ओर राजभवन महत्वपूर्ण फैसलों में देरी कर रहा है।
शिवसेना नेता ने कहा कि संविधान के मुताबिक कैबिनेट के सुझाव पर राज्यपाल इन सदस्यों की नियुक्ति करते हैं। राज्यपाल साहित्य, विज्ञान, कला, सहकारी आंदोलन और सामाजिक सेवा जैसे क्षेत्रों में विशेष ज्ञान या व्यावहारिक अनुभव रखने वाले 12 प्रतिष्ठित लोगों की नियुक्ति करते हैं। संजय राउत ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में भारत में आपातकाल पर टिप्पणी की थी। इन 12 सदस्यों की नियुक्ति में देरी विधानसभा पर एक आपातकालीन स्थिति की तरह होगी। ये स्थितियां राज्यपाल और उनके संविधान के अनुरूप नहीं हैं। हालांकि बता दें कि महाराष्ट्र सरकार ने इन 12 सदस्यों के नाम अभी तक नहीं सुझाए हैं।
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राउत ने फिर राज्यपाल पर साधा निशाना, कहा विधान परिषद में 12 सदस्यों की नियुक्ति में करेंगे विलंब