भोपाल। मध्य प्रदेश में आखिरकार सोमवार सुबह मंत्रियों को विभागों का बंटवारा हो गया। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने सामान्य प्रशासन विभाग और जनसंपर्क अपने पास रखा है। वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के मंत्रियों को भी महत्वपूर्ण विभाग दिए गए हैं। रविवार देर रात तक विभागों के बंटवारे को लेकर मंथन चलता रहा, इसके बाद रात में मंत्रियों को दिए गए विभागों की लिस्ट राज्यपाल के पास अनुमोदन के लिए भेजी गई थी। शिवराज सिंह चौहान ने गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा से स्वास्थ्य विभाग छीनकर सिंधिया समर्थक डॉ. प्रभुराम चौधरी को दे दिया है। सिंधिया समर्थकों को उनकी पसंद के विभाग को दिए गए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने पास सामान्य प्रशासन, जनसंपर्क, नर्मदा घाटी विकास, विमानन समेत ऐसे विभाग रखे हैं जो किसी अन्य मंत्री के पास नहीं हैं। चौथी बार मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार शनिवार को ग्वालियर आए शिवराज सिंह चौहान ने संभागायुक्त कार्यालय में बैठक के बाद कहा था रविवार को नए मंत्रियों को विभाग मिल जाएंगे। हालांकि, लिस्ट सोमवार सुबह ही आई। मुख्यमंत्री ने अपने मंत्रिमंडल में 2 जुलाई को 28 मंत्रियों को शामिल किया था। मंत्रिमंडल विस्तार में भाजपा के 16 मंत्रियों में 7 पुराने और 9 नए चेहरे शामिल किया था। कांग्रेस के बागी खेमे से कुल 14 मंत्री हो गए हैं। इसी साल मार्च में कुल 22 विधायकों ने इस्तीफा दिया था। 2 जुलाई को मंत्रिमंडल विस्तार में 28 मंत्रियों ने शपथ ली। इनमें 9 सिंधिया खेमे से हैं। 3 कांग्रेस छोड़कर आने वाले नेता हैं। जबकि भाजपा के 16 विधायक मंत्री बने थे। शिवराज सरकार में अब 25 कैबिनेट और आठ राज्यमंत्री हैं। मुख्यमंत्री को मिलाकर 34 मंत्री हैं।
किसे कौन सा विभाग
सीएम शिवराज सिंह चौहान: सामान्य प्रशासन, नर्मदा घाटी विकास, विमानन और ऐसे समस्त विभाग जो किसी को ना सौपे गए हों।
नरोत्तम मिश्रा: गृह, जेल और संसदीय कार्य, विधि।
गोपाल भार्गव: लोक निर्माण विभाग, कुटीर और ग्रामोद्योग।
तुलसी राम सिलावट: जल संसाधन, मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास।
विजय शाह: वन विभाग।
जगदीश देवड़ा: वाणिज्यिक कर, वित्त, योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी।
बिसाहू लाल सिंह: खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, उपभोक्ता संरक्षण।
यशोधरा राजे सिंधिया: युवा एवं कल्याण, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार।
भूपेंद्र सिंह: नगरीय विकास एवं आवास।
मीना कुमारी मांडवे: आदिम जाति कल्याण, अनुसूचिता जाति कल्याण।
कमल पटेल: किसान कल्याण एवं कृषि विकास।
एंदल सिंह कंषाना : लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी।
गोविंद सिंह राजपूत: राजस्व एवं परिवहन।
बृजेंद्र प्रताप सिंह: खनिज साधन और श्रम।
विश्वास सारंग: चिकित्सा शिक्षा, भोपाल गैस त्रासदी राहत एवं पुनर्वास।
इमरती देवी: महिला एवं बाल विकास विभाग।
डॉ प्रभुराम चौधरी: लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण।
महेंद्र सिंह सिसौदिया: पंचायत और ग्रामीण विकास।
प्रद्युम्न सिंह तोमर: ऊर्जा।
प्रेम सिंह पटेल: पशुपालन, सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण।
ओम प्रकाश सकलेचा: सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी।
उषा ठाकुर: पर्यटन, संस्कृति एवं अध्यात्म।
अरविंद भदौरिया: सहकारिता एवं लोकसेवा प्रबंधन।
डॉ मोहन यादव: उच्च शिक्षा।
हरदीप सिंह डंग: नवीन एवं नवकरणीय उर्जा, पर्यावरण।
राजवर्धन सिंह प्रेम सिंह दत्तीगांव: औद्योगिकी निति एवं निवेश प्रोत्साहन।
राज्यमंत्री
भारत सिंह कुशवाह: उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण (स्वतंत्र प्रभार), नर्मदा घाटी विकास।
इंदर सिंह परमार: स्कूल शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार), सामान्य प्रशासन।
रामलेखावन पटेल: पिछड़ा वर्ग अल्पसंख्यक कल्याण (स्वतंत्र प्रभार), विमुक्त घुम्मकड़ एवं अद्र्धघुम्मकड़ जनजाति कल्याण (स्वतंत्र प्रभार), पंचायत एवं ग्रामीण विकास।
राम किशोर कांवरे: आयुक्त (स्वतंत्र प्रभार), जल संसाधन विभाग।
बृजेंद्र सिंह यादव: लोक स्वास्थ्य एवं यांत्रिकी।
गिर्राज दंडौतिया: किसान कल्याण एवं कृषि विकास।
सुरेश धाकड़: लोक निर्माण विभाग।
ओपीएस भदौरिया: नगरीय विकास एवं आवास।
रीजनल वेस्ट
मध्य प्रदेश में मंत्रियों को हुआ विभागों का बंटवारा - सिंधिया खेमे के मंत्रियों को महत्वपूर्ण विभाग नरोत्तम से स्वास्थ्य विभाग वापस लिया, प्रभुराम को दिया