नई दिल्ली। ऑनलाइन परीक्षाएं दिल्ली यूनिवर्सिटी 17 अगस्त से दोबारा कराना चाहती है। दिल्ली यूनिवर्सिटी ने हाई कोर्ट में दाखिल किए अपने हलफनामे में कहा है कि फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षाओं को 17 अगस्त से शुरू कर सितंबर तक निपटा लिया जाएगा। लेकिन परीक्षाओं को 17 अगस्त से शुरू करने से पहले मॉक टेस्ट भी होगा, दिल्ली हाई कोर्ट मंगलवार को इस मामले में विस्तृत सुनवाई करने जा रहा है। दरअसल पिछले हफ्ते दिल्ली हाई कोर्ट ने दिल्ली यूनिवर्सिटी को तारीखों के चार्ट के साथ कोर्ट में हलफनामा दाखिल करने के निर्देश दिए थे कोर्ट ने कहा था कि यूनिवर्सिटी यह बताए कि परीक्षाएं कब-कब होंगी, किस मोड में कराई जाएंगी और साथ ही परीक्षा के परिणाम कब तक छात्रों को मिल जाएंगे यूनिवर्सिटी के फाइनल ईयर के तकरीबन ढाई लाख छात्रों का भविष्य परीक्षाएं ना होने के चलते फिलहाल अधर में लटका हुआ है। हाई कोर्ट में अपने हलफनामे में कहा है कि परीक्षाओं के नतीजे दिल्ली यूनिवर्सिटी 30 नवंबर तक घोषित कर देगी। लेकिन बड़ा सवाल यह है कि इतना विलंब से मिले नतीजे के चलते क्या छात्रों को अपना 1 साल खराब तो नहीं करना पड़ेगा। क्योंकि दिल्ली हाई कोर्ट में जिन छात्रों ने याचिका लगाई है। उनका कहना है कि सितंबर तक अगर उन्हें रिजल्ट नहीं मिला तो विदेश में यूनिवर्सिटी उन्हें दाखिला नहीं देंगी।दिल्ली यूनिवर्सिटी ने कोर्ट को दिए अपने हलफनामे में कहा है कि परीक्षाएं ऑनलाइन माध्यम के द्वारा ही कराई जाएंगी। 10 जुलाई को होने वाली ऑनलाइन परीक्षाएं दिल्ली यूनिवर्सिटी में हाल ही में खारिज कर दी थी। उस दौरान मॉक टेस्ट को लेकर भी कई सवाल खड़े हुए थे। कई जगह दिल्ली यूनिवर्सिटी के पोर्टल ने काम करना बंद कर दिया। यूजीसी की तरफ से परीक्षाएं कराने के लिए समय सीमा भी उस वक्त तक नहीं दी गई थी। कुल मिलाकर कुछ तकनीकी खराबी और कुछ यूनिवर्सिटी यूजीसी और एचआरडी मिनिस्ट्री के बीच में भ्रम की स्थिति के चलते परीक्षाएं टल गईं। हाई कोर्ट में मंगलवार को होने वाली सुनवाई में यह तय होगा कि दिल्ली यूनिवर्सिटी द्वारा तय की जा रही परीक्षाओं की तारीख को कोर्ट की हरी झंडी मिलेगी या नहीं। क्या दिल्ली यूनिवर्सिटी द्वारा तय की जा रही तारीखों को दिल्ली हाई कोर्ट स्वीकार करके परीक्षा कराने की इजाजत दे देगा या फिर इस मामले में छात्रों को परीक्षा की तारीखों को लेकर कुछ और इंतजार करना पड़ेगा।
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परीक्षाओं की तारीख को लेकर हाई कोर्ट पहुंचे छात्र