जयपुर । राजस्थान की सियासत रोज नए रंग दिखा रही है। पहले जहां पायलट और गहलोत खेमा एक दूसरे पर वार कर रहा था। वहीं अब सनसनीखेज ऑडियो टेप सामने आने के बाद राजस्थान कांग्रेस और बीजेपी दोनों आमने- सामने आ गए हैं। वहीं राजस्थान एसओजी भी टेप के सामने आने के बाद इस मामले में तेजी से इंवेस्टिगेशन में लग गई है। साथ ही इसके चलते अब पायलट खेम के मुश्किलें बढऩे लगी हैं। शुक्रवार को एसओजी की टीम मानेसर पहुंची, तो उन्हें बागी विधायकों से मिलने जाने नहीं दिया गया। इसके बाद एक घंटे बाद टीम अंदर गई, तो विधायक वहां से नदारद थे। इधर ऑडियो टेप के सामने के बाद बीजेपी-कांग्रेस भी एक दूसरे को कानूनी पचड़े में फंसाने में लगे हैं। सियासी ड्रामे में जहां अब कानूनी रंग दिखाई देने लगा है। वहीं इसके साथ ही एसओजी भी अपनी सक्रियता दिखाने लगा है। जब एसओजी राजस्थान बागी विधायकों से मानेसर के होटल में पूछताछ करने पहुंची, तो पहले उन्हें होटल के अंदर जाने की इजाजत नहीं दी गई, उसके बाद अब जब पुलिस अंदर गई, तो विधायक वहां नहीं मिले। रिपोटर्स की मानें, तो एसओजी की सूचना आने के बाद विधायकों को दूसरे होटल में शिफ्ट किया गया, लिहजा पुलिस को खाली हाथ ही लौटना पड़ा।
रीजनल नार्थ
राजस्थान में टेप कांड पर बड़ा ड्रामा होटल से गायब पायलट गुट के विधायक