नई दिल्ली । दिल्ली की कुख्यात सेक्स रैकेट सरगना गीता अरोड़ा उर्फ सोनू पंजाबन ने तिहाड़ जेल में कोई जहरीली दवाई पी ली है। इसके बाद उसकी तबीयत खराब हो गई। सोनू पंजाबन को दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल में भर्ती करवाया गया है, जहां उसकी हालत खतरे से बाहर है। सोनू पंजाबन तिहाड़ की जेल नंबर 6 में बंद है। दिल्ली की द्वारका कोर्ट ने एक मामले में सोनू पंजाबन को दोषी ठहराया था। वैसे तो सोनू पंजाबन पर कई केस दर्ज हैं, लेकिन पहली बार उसे किसी मामले में दोषी ठहराया गया। 12 साल की बच्ची के अपहरण, रेप और उसे जबरन जिस्मफरोशी के धंधे में धकेलने के मामले में सोनू और उसके सहयोगी को कोर्ट ने दोषी माना था। मामला साल 2009 का है। दिल्ली के हर्ष विहार इलाके में एक बारह साल की बच्ची का अपहरण हुआ और बाद में वह किसी तरह नजफगढ़ थाने पहुंची थी। सोनू पंजाबन पर दिल्ली के कई थानों के अलावा देश के कई राज्यों में बड़ा ऑर्गनाइज्ड सेक्स रैकेट चलाने के मामले दर्ज हैं। सोनू पर मकोका के तहत भी केस दर्ज किया गया था। सोनू पंजाबन इतना बड़ा नाम हो गई थी कि उसके किरदार पर बॉलीवुड में फिल्में भी बनने लगी थीं। फुकरे फिल्म में भोली पंजाबन का किरदार सोनू पंजाबन का ही असल किरदार है। इसके अलावा आत्महत्या का एक मामला तिहाड़ की जेल नंबर 4 से भी सामने आया है। जेल नंबर 4 में बंद कैदी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। कैदी का नाम रवि था। रवि ने तीन दिन पहले दिल्ली के मोहन गार्डन में अपनी सास की हत्या कर दी थी। इसी आरोप में वह जेल में बंद था। लेकिन कड़े-सुरक्षा इंतजाम वाली तिहाड़ जेल में रवि फांसी का फंदा लगाकर झूल गया और इसमें उसकी मौत हो गई।
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सोनू पंजाबन ने की आत्महत्या की कोशिश