नई दिल्ली । कर्नाटक में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामले को देखते हुए बेंगलुरु शहरी और ग्रामीण में करीब एक हफ्ते तक 14 जुलाई से 22 जुलाई के बीच लॉकडाउन लगाने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री बी।एस। येदियुरप्पा ने मंगलवार को कहा कि लॉकडाउन कोई समाधान नहीं है।उन्होंने एक लाइव संबोधन के दौरान कहा, लॉकडाउन समाधान नहीं है। राज्य में बेंगलुरु या फिर किसी जिले में लॉकडाउन का कोई सवाल नहीं उठता है। येदियुरप्पा ने कहा, हम अर्थव्यवस्था और आजीविका के दोबारा निर्माण के लिए मदद करेंगे प्रतिबिंध सिर्फ कंटेनमेंट जोन में रहेगा। राज्य के सभी हिस्से में पूरी तरह से आर्थिक गतिविधियों की सामान्य बहाली होगी। येदियुरप्पा ने ये भी कहा, राज्य में कोविड-19 की रिकवरी दर 98 फीसदी और कोई चिंता की बात नहीं है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में राज्य के ये पांच मंत्र होंगे- ट्रेस, ट्रैक, टेस्ट, ट्रीट और टेक्नॉलोजी। मुख्यमंत्री ने लोगों से कहा कि वे कोरोना महामारी के प्रसार को रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और मास्क पहनें। उन्हें ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी जो लोगों के बीच मास्क नहीं पहनेंगे। कर्नाटक में कोविड-19 के कुल मामले 67 हजार से ज्यादा हो चुके हैं जबकि 42 हजार एक्टिव केस हैं। उन्होंने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में विपक्षियों का भी सहयोग मांगा और इस बात पर जोर देते हुए कहा कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में कोई भ्रष्टाचार नहीं है। इधर, कर्नाटक के उडुपी में अष्ठ मठों में से एक पुत्तिगे मठ के प्रमुख स्वामी सुगुनेन्द्र तीर्थ कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गए हैं और उन्हें मंगलवार को एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल के सूत्रों ने यह जानकारी दी। स्वामी को बुखार था और वह स्वेच्छा से जांच कराने के लिए गये थे। उनकी जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उन्हें उडुपी के पास मणिपाल के केएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल के सूत्रों ने बताया कि उनकी स्थिति स्थिर है। स्वामी के शिष्यों और मठ के श्रद्धालुओं ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की। उडुपी जिले में रविवार तक कोविड-19 के मामलों की संख्या 2,321 थी और अभी 661 मरीजों का इलाज चल रहा है।
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कर्नाटक सामान्य आर्थिक गतिविधियों की तरफ करेगा वापसी