नई दिल्ली । डीआरपी कॉन्वेंट स्कूल के मालिक के बेटे ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है और दावा किया है कि उन पर अपना केस वापस लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। उतर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगों के समय स्कूल को जला दिया गया था। पुलिस ने बताया कि चार जुलाई को दयालपुर थाने में दर्ज कराई गई शिकायत में उन्होंने कहा था कि उनके स्कूल में तोड़फोड़ की गई थी और 24 तथा 25 फरवरी को दंगाइयों ने उसमें आग लगा दी थी, जिसके बाद उनके पिता ने मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने कहा कि चार जुलाई को सुबह करीब दस बजकर 48 मिनट पर उन्हें एक अज्ञात नंबर से फोन आया जिसमें एक व्यक्ति ने उन्हें मामला वापस लेने की धमकी दी और कहा कि ऐसा नहीं करने पर कोई 'फैजल भाई देख लेंगे। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया और जांच जारी है। गौरतलब है कि नागरिकता कानून के समर्थकों और विरोधियों के बीच संघर्ष के बाद 24 फरवरी को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, घोंडा, चांदबाग, शिव विहार, भजनपुरा, यमुना विहार इलाकों में सांप्रदायिक दंगे भड़क गए थे। इस हिंसा में कम से कम 53 लोगों की मौत हो गई थी और 200 से अधिक लोग घायल हो गए थे। साथ ही सरकारी और निजी संपत्ति को भी काफी नुकसान पहुंचा था। उग्र भीड़ ने मकानों, दुकानों, वाहनों, एक पेट्रोल पम्प को फूंक दिया था और स्थानीय लोगों तथा पुलिस कर्मियों पर पथराव किया। इस दौरान राजस्थान के सीकर के रहने वाले दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतन लाल की 24 फरवरी को गोकलपुरी में हुई हिंसा के दौरान गोली लगने से मौत हो गई थी और डीसीपी और एसीपी सहित कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से घायल गए थे। साथ ही आईबी अफसर अंकित शर्मा की हत्या करने के बाद उनकी लाश नाले में फेंक दी गई थी।
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डीआरपी स्कूल मालिक के बेटे ने की पुलिस में शिकायत