नई दिल्ली । कोविद-19 महामारी के चलते पहली बार बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों की बैठक इसके परिसर से बाहर हो सकती है। इस महामारी के गाइडलाइन के मुताबिक बैठक के दौरान बिहार विधानसभा और बिहार विधान परिषद के हाउस हॉल में सामाजिक दूरी के प्रावधानों का पालन करने की संभावना नहीं दिखने पर राज्य सरकार सत्र कहीं अन्यत्र करने पर विचार कर रही है। राजधानी के ज्ञान भवन में विधानमंडल की कार्यवाही होने की संभावना है। इसके पहले तल में विधान परिषद जबकि ज्ञान भवन के प्रेक्षागृह में विधानसभा की बैठक के संचालन को लेकर तैयारियां भी आरंभ हो गई हैं। हालांकि इसपर आधिकारिक निर्णय लिया जाना अभी बाकी है।गौरतलब हो कि 16वीं विधानसभा का 16वां मानसून सत्र 3 अगस्त से 6 अगस्त तक निर्धारित है। बिहार के राज्यपाल फागू चौहान ने सत्र की तिथि और स्थान दोनों ही तय किये हैं। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 174 (1) के तहत इसमें कोई परिवर्तन या नया स्थान भी उनकी मंजूरी से ही तय होगा। वैसे, सत्र अब नजदीक है और इसको आयोजन को लेकर दोनों सदनों की ओर से तैयारियां भी अंतिम चरण की चल रही हैं। इस बीच विधानसभा और विधान विधान परिषद दोनों ने राज्य सरकार को सत्र किसी उपयुक्त स्थल पर संचालित करने का सुझाव दिया है। साथ ही अपने-अपने प्रेक्षागृह में कोविद-19 को देखते हुए सामाजिक दूरी का पालन करने में असमर्थता भी जतायी है। दोनों की ओर से इस बाबत सरकार के संसदीय कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव को पत्र भेजा गया है। सम्पर्क किए जाने पर विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने भी इसे स्वीकार किया। श्री चौधरी ने कहा कि यह बात सही है कि जो निर्धारित दूरी है, उसका पालन करना विधानसभा के हॉल में संभव नहीं था। इसलिए हमने सरकार को सूचित किया है। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बिहार विधानमंडल का चार दिवसीय मानसून सत्र और छोटा हो सकता है। इसमें एक या दो दिन की कटौती संभव है। हालांकि इसपर निर्णय बाद में होगा। या तो सत्र आरंभ होने के पहले होने वाली सर्वदलीय बैठक में या फिर सत्र के पहले दिन प्रथम पाली के बाद विधानमंडल की कार्य मंत्रणा समिति की बैठक में इसपर निर्णय संभव है। कटौती होने की स्थिति में जरूरी वित्तीय कार्य और राजकीय विधेयकों का कार्य पूरा किया जाएगा।
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बिहार विधानमंडल का मानसून सत्र ज्ञान भवन में होने के आसार