चंडीगढ़ । पंजाब में नकली शराब पीने से मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 80 हो गई है। मौत के पहले पांच मामले 29 जुलाई की रात अमृतसर के तारसिक्का के तांगड़ा और मुच्छल गांव से सामने आए थे उसके बाद से तीन दिन में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है।
इस बीच पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कार्रवाई करते हुए 2 डीएसपी और 4 एसएचओ के साथ 7 आबकारी अधिकारियों को निलंबित कर जांच के आदेश दे दिए हैं। मुख्यमंत्री ने शराब कांड में मरने वालों के परिवार को 2 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा भी की है। पंजाब पुलिस ने शनिवार को 100 से अधिक जगहों पर छापेमारी की। इस दौरान पुलिस ने 17 और लोगों को गिरफ्तार किया गया।
पंजाब पुलिस के मुताबिक, नकली शराब पीने से सबसे ज्यादा मौत तरणतारण में हुई है। यहां मरने वालों की संख्या बढ़कर 42 तक पहुंच गई है। बताया गया है कि जिले के सदर और शहर के इलाकों में अधिकतम मौतें हुई हैं। अधिकारियों ने तरनतारन के अलावा, अमृतसर में 11 और गुरदासपुर के बटाला में 11 लोगों के मारे जाने की खबर दी थी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि कई पीड़ितों के परिवार अपने बयान दर्ज करने के लिए आगे नहीं आ रहे थे, लेकिन उन्हें ऐसा करने के लिए मना लिया गया। पुलिस ने कहा कि जो लोग मारे गए हैं, उनमें से कुछ लोग यह स्वीकार नहीं कर रहे हैं कि उनकी मौत नकली शराब के कारण हुई। वे कह रहे हैं कि उनके परिवार के सदस्य की हार्ट अटैक से मौत हो गई।
रीजनल नार्थ
पंजाब में नकली शराब से मरने वालों की संख्या बढ़कर 80 हुई