देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के ब्याज दरों को लेकर एक मई से नए नियम लागू होने जा रहे हैं। नए नियमों का असर एसबीआई के 40 करोड़ से ज्यादा ग्राहकों पर पड़ेगा। एसबीआई ने अपने डिपॉजिट और लोन की ब्याज दरें आरबीआई की बेंचमार्क दर से जोड़ दिया है। इसका मतलब यह हुआ कि अब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के रेपो रेट में बदलाव होने पर बैंक की जमा और लोन की दरों पर भी असर पड़ेगा। हालांकि एक लाख रुपए से ज्यादा के जमा और लोन की ब्याज दरों पर ही यह नियम लागू होंगे। यह नई व्यवस्था 1 मई से लागू होने वाली है। इस नए नियम के लागू होने के बाद ग्राहकों को पहले की तुलना में बचत खाते पर कम ब्याज मिलेगा।
इसका असर एसबीआई के करीब 95 फीसदी ग्राहकों पर पड़ने का अनुमान है। नए नियम के लागू होने के बाद एसबीआई के ग्राहकों को 1 लाख रुपए तक रखने पर पहले की तरह 3.5 फीसदी का ब्याज मिलेगा जबकि खाते में एक लाख रुपए से अधिक की रकम रहने पर बचत खाते पर 3.25 फीसदी ब्याज मिलेगा। बता दें कि आरबीआई की ओर से हाल ही में ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की कटौती की गई थी। इसके बाद एसबीआई समेत कई बैंकों ने होम लोन और ऑटो लोन की ब्याज दरों में कटौती की है। एसबीआई ने लोन की ब्याज दरों में 0.05 फीसदी की मामूली कटौती की है। संशोधित दर वाले 30 लाख रुपए तक के होम लोन पर भी एसबीआई ने ब्याज दर में 0.10 फीसदी की कटौती की है। इसके साथ अब 30 लाख रुपए से कम के होम लोन पर नई ब्याज दर 8.60 से 8.90 फीसदी होगी जो अभी तक 8.70 से 9 फीसदी है।
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एक मई से बदल जाएगा एसबीआई का नियम, प्रभावित होंगे 40 करोड़ ग्राहक