लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इस बयान ‘योगी और हिन्दू’ होने के नाते वह अयोध्या में मस्जिद के शिलान्यास समारोह में नहीं जायेंगे पर प्रतिक्रिया देते हुये समाजवादी पार्टी ने शुक्रवार को कहा है कि उन्हें अपने इस बयान के लिये लोगो से माफी मांगनी चाहियें, क्योंकि वह पूरे राज्य के मुख्यमंत्री है न कि सिर्फ हिन्दुओं के।
समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता पवन पांडेय ने कहा कि ऐसा कह कर योगी जी ने अपनी उस शपथ का उल्लंघन किया है जो उन्होंने मुख्यमंत्री पद ग्रहण करने के पहले ली थी। वह पूरे राज्य के मुख्यमंत्री है न कि केवल हिन्दुओं के। प्रदेश में हिन्दु और मुसलमानों की जो भी आबादी हो वह सभी के मुख्यमंत्री है। मुख्यमंत्री की यह भाषा गौरव को कम करती है, उन्हें इसके लिये लोगो से माफी मांगनी चाहियें।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को एक निजी टीवी चैनल को दिये गये साक्षात्कार में कहा था कि ‘एक योगी और हिन्दू होने के नाते वह अयोध्या में मस्जिद के शिलान्यास समारोह में नही जायेंगे। उन्होंने कहा कि अगर आप एक मुख्यमंत्री की हैसियत से यह सवाल पूछ रहे है तो मुझे किसी धर्म, मान्यता या समुदाय से कोई परहेज नहीं है। लेकिन अगर आप मुझसे एक योगी के रूप में पूछ रहे है तो मैं हरगिज नही जाऊंगा, क्योंकि एक हिन्दू के रूप मुझे अपनी उपासना विधि का पालन करने का अधिकार है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं न तो वादी हूं और न ही प्रतिवादी, इसलिये न तो मुझे बुलाया जायेगा और न ही मैं जाऊंगा। मुझे मालूम है कि मुझे इसका निमंत्रण नहीं मिलेगा। जिस दिन उन लोगो ने मुझे बुला लिया उस दिन कई लोगो की धर्म निरपेक्षता खतरे में पड़ जायेगी। इसलिये मैं नही चाहता है कि किसी की धर्मपिरपेक्षता खतरे में पड़े और मैं इसीलिये खामोशी से बिना किसी भेदभाव के काम कर रहा हूं ताकि सरकार की योजनाओं को सबको सामान्य रूप से लाभ मिल सकें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिर पर टोपी लगाकर रोजा इफतार करना कोई धर्मनिरपेक्षता नही है। लोग जानते है कि यह ढोंग है और लोग इसकी वास्तविकता भी जानते है। कांग्रेस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस कभी समाधान नही चाहती है वो अपने राजनीतिक फायदे के लिये विवाद जारी रखना चाहती है।
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मस्जिद शिलान्यास कार्यक्रम को लेकन सीएम योगी के बयान पर सपा ने किया पलटवार