मुंबई, । शनिवार को मुंबई महानगर पालिका ने ट्वीट कर यह सूचना जारी की है कि घरेलु विमानों से मुंबई आने वाले हर शख्स को 14 दिन का होम क्वारंटीन अनिवार्य होगा. चाहे वह व्यक्ति कोई भी हो. ऐसे में सवाल यह उठता है कि क्या अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के ख़ुदकुशी मामले की जांच के लिए जब सीबीआई की टीम मुंबई आएगी तो उसे भी क्वरंटीन कर दिया जाएगा? मुंबई की महापौर किशोरी पेडणेकर ने एक समाचार चैनल से बातचीत में कहा है कि हमने जो गाइडलाइन दी है वो डब्ल्यूएचओ, आईसीएमआर और राज्य सरकार के सूचना के अनुसार है. इसी के तहत मुंबई में अगर कोई एयरलाइंस से आता है फिर चाहे वो कोई भी हो सभी के लिए नियम एक जैसे ही होंगे.’ यानि मनपा के इस नए फरमान से सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच एक बार फिर से प्रभावित हो सकती है?
- सीबीआई के अधिकारी भी हो सकते हैं होम क्वारंटीन
महानगरपालिका के इस नए फरमान के बाद अगर कोई भी सीबीआई अधिकारी मुंबई जाता है तो उसको पहले इसके लिए मनपा से अनुमति लेनी पड़ेगी. मनपा ने कहा है कि मुंबई में कोरोना कम हुआ है ख़त्म नहीं. इसी को ध्यान में रखते हुए इस नियम को सभी को फॉलो करना जरुरी है. शनिवार को कोरोना गाइडलाइन के नियमों को लेकर मनपा ने ट्वीट किया. राज्य सरकार के कोविड प्रोटोकॉल का अनुसार डोमेस्टिक एयरलाइंस से राज्य में प्रवेश करनेवाले सभी यात्रियों को 14 दिन के लिए होम क्वारंटीन अनिवार्य होगा. यह नियम सरकारी कर्मचारियों पर भी लागू होगा. मनपा का कहना है कि अभी तक मुंबई में प्रवेश करने वाले कुछ सरकारी कर्मचारी अपना पहचान पत्र दिखाकर इस नियम से खुद को बचाते हुए नजर आ रहे हैं, पर अब मनपा ने बताया है कि मुंबई में घरेलु विमानों से प्रवेश करने वाले सरकारी कर्मचारियों को मुंबई में दाखिल होने से 2 दिन पहले ही मनपा की वेबसाइट पर अपने काम की डिटेल्स लिखित स्वरुप में देनी होगी साथ ही उनको होम क्वारटीन से राहत के लिए मनपा की इजाजत लेनी होगी.
- मनपा बाएं हाथ पर मारती है होम क्वारंटीन का स्टैम्प
मनपा ने यह भी चेतावनी दी है कि मुंबई में एयरलाइन से दाखिल होनेवाले किसी भी सरकारी कर्मचारी ने आने से पहले अगर मनपा से लिखित अनुमति नहीं ली तो उनको मनपा द्वारा बाएं हाथ पर होम क्वारंटीन का स्टैम्प देकर 14 दिन के लिए होम क्वांरटीन किया जाएगा. मुंबई एयरपोर्ट पर काम कर रहे मनपा कर्मचारियों को इस नियम के अनुसार किसी को भी अपवादात्मक छूट देने का अधिकार नहीं होगा.
गौरतलब हो कि पिछले सप्ताह सुशांत सिहं राजपूत केस की जांच करने गए बिहार के एक आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी को मनपा ने क्वारंटीन कर दिया था. इसको लेकर काफी विवाद हुआ था. सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच के लिए बिहार सरकार ने 2 अगस्त को पटना के सिटी एसपी विनय तिवारी को मुंबई भेजा था. 2 अगस्त की रात को ही विनय तिवारी को मनपा ने जबरन क्वारंटीन कर दिया था. इसको लेकर बिहार पुलिस ने लिखित तौर पर महाराष्ट्र पुलिस और महाराष्ट्र सरकार को शिकायत दर्ज कराई थी. बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय के निर्देश पर सेंट्रल रेंज के आइजी संजय सिंह ने मनपा को पत्र लिखकर उन्हें क्वारंटाइन से मुक्त करने का आग्रह किया था. इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट ने भी महाराष्ट्र सरकार को फटकार लगाई थी. आख़िरकार काफी जद्दोजहद के बाद शुक्रवार को विनय तिवारी को छोड़ा गया.
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सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच करने वाले सीबीआई अधिकारी भी हो सकते हैं होम क्वारंटीन