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आकाश आनंद की सक्रियता कहीं मायावती के राजनीतिक उत्तराधिकारी की ओर इशारा तो नहीं!

आकाश आनंद की सक्रियता कहीं मायावती के राजनीतिक उत्तराधिकारी की ओर इशारा तो नहीं!

 बसपा प्रमुख मायावती पर चुनाव आयोग ने प्रतिबंध लगाया तो पार्टी में हलचल मच गई। लेकिन जल्द ही आगरा में बुधवार को आयोजित समाजवादी पार्टी-बहुजन समाज पार्टी-आरएलडी गठबंधन की संयुक्‍त रैली में मायावती के भतीजे आकाश आनंद को उनकी बुआ की कुर्सी दी गई तो कयासबाजी तेज गई कि आकाश बसपा सुप्रीमो की विरासत संभालेंगे। चुनाव आयोग के 48 घंटे के प्रतिबंध के कारण मायावती इस जनसभा में हिस्‍सा नहीं ले सकी थीं। आकाश आनंद को मायावती की कुर्सी देने से राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है कि क्‍या यह मायावती का अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी चुनने का तरीका है? शर्ट और जींस पहनकर मंच पर मायावती की कुर्सी पर बैठे आकाश आनंद आरएलडी चीफ अजित सिंह, बीएसपी महासचिव सतीश मिश्रा और एसपी के अध्‍यक्ष अखिलेश यादव के साथ आत्‍मविश्‍वास से लबरेज नजर आए। मायावती के छोटे भाई आनंद के बेटे आकाश कुछ महीने पहले ही चर्चा में आए हैं। इस साल 15 जनवरी को मायावती के जन्‍मदिन पर आकाश बीएसपी सुप्रीमो और अखिलेश यादव के साथ मुलाकात के दौरान नजर आए थे।
उधर, 7 अप्रैल को देवबंद मे एसपी-बीएसपी-आरएलडी की पहली संयुक्‍त रैली में भी मायावती के साथ आकाश नजर आए थे। बीएसपी के स्‍टार प्रचारकों की लिस्‍ट में मायावती और सतीश चंद्र मिश्रा के बाद आकाश का नाम तीसरे नंबर पर था। आकाश पहली बार वर्ष 2016 में मायावती के साथ सहारनपुर में सार्वजनिक रूप से नजर आए थे। वर्ष 2017 में मायावती ने पार्टी क वरिष्‍ठ अधिकारियों का आकाश से परिचय कराया था। हालांकि आकाश आनंद इस साल मायावती के जन्‍मदिन पर आयोजित जश्‍न के बाद मीडिया की नजरों में आए। मायावती ने घोषणा की कि वह आकाश को पार्टी के रोजमर्रा के कामकाज में शामिल करेंगी। आकाश ने पहली बार मायावती की अनुपस्थिति में चुनावी जनसभा को संबोधित किया। आकाश आनंद ने कहा, ‘मेरी बुआ जी की अपील पर यहां इतनी बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए हैं तो इसके लिए हम लोग आप सभी के आभारी हैं। मंच पर मेरे वरिष्ठ बैठे हैं और वे चुनाव के बारे में अपने विचार प्रकट करेंगे। मैं आपके सामने पहली बार आया हूं।’
उन्होंने अपना संक्षिप्त भाषण पार्टी के नारे 'जय भीम' और 'जय भारत' के उद्घोष से समाप्त किया। इससे पहले बदायूं में महागठबंधन की संयुक्त सभा के दौरान मायावती ने अपने भाषण के बीच मंच पर बैठे आकाश की तरफ इशारा करते हुए कहा, 'मेरे भाई का लड़का आकाश आनंद इधर बैठा है और मैंने अब यह फैसला किया है कि इस लड़के को राजनीति में जरूर लाना चाहिए।' सूत्रों के अनुसार, हाल के दिनों में पार्टी की सोशल मीडिया पर मजबूत हुई पकड़ के पीछे आकाश का ही हाथ माना गया। सिर्फ मायावती के जन्मदिन पर आईं तस्वीरों में नहीं, बल्कि जब आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने मायावती ने मुलाकात की, तब भी आकाश साथ में दिखे थे। बता दें कि पिछले दिनों मायावती के आकाश को विरासत सौंपने को लेकर मीडिया में कुछ खबरें छपी थीं। इसपर पर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने गहरी नाराजगी जताई। 

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