पटना । राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के मुखिया लालू प्रसाद यादव के समधी चंद्रिका राय के साथ ही दो अन्य विधायकों ने उनका साथ छोड़ दिया है। राजनीतिक गलियारे में खबर है कि ये सभी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) में शामिल हो सकते हैं। इसे लालू के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि राज्य में कोरोना काल के बीच ही विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं।
निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया है कि कोरोना को लेकर निर्धारित गाइडलाइन के तहत ही बिहार में तय समय पर ही चुनाव कराए जाएंगे। इसके अनुसार बिहार में अक्टूबर-नवंबर में चुनाव हो सकते हैं। राजनीतिक दलों ने चुनाव जीतने के लिए अपनी रणनीतियों पर काम करना शुरू कर दिया है।
लालू के समधी राय बिहार की राजनीति में बड़ा नाम है। परसा विधानसभा क्षेत्र से विधायक राय का राजनीतिक जीवन तीन दशक का है। उन्होंने निर्दलीय और कांग्रेस एवं आरजेडी के नेता के रूप में काम किया है। राय के अलावा फराज फातमी और पालीगंज से आरजेडी विधायक जयवर्धन यादव ने राजद छोड़ दी है। बताया जा रहा है कि ये तीनों ही जेडीयू में शामिल हो सकते हैं।
सवाल यह भी उठ रहा है कि लालू के बेटे तेजस्वी यादव नेता प्रतिपक्ष है और राजद को संभाल रहे हैं। अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या वह पार्टी को एकजुट रखने में असफल साबित हो रहे हैं?
बता दें कि एक सप्ताह के भीतर लालू की पार्टी के छह विधायक जदयू में शामिल हो रहे हैं। तीन दिन पहले ही बिहार सरकार के उद्योग मंत्री श्याम रजक ने नीतीश कुमार का साथ छोड़ दिया था। इसके अगले ही दिन जेडीयू ने भी आरजेडी के तीन विधायक प्रेमा चौधरी, महेश्वर यादव और डॉ.अशोक कुमार को तोड़ दिया था।
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लालू प्रसाद यादव को झटका, समधी ने छोड़ा साथ