नई दिल्ली । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यूपी स्टार्टअप फंड का काम तेज हो गया है। प्रदेश सरकार ने इसके लिए 150 करोड़ रुपये का कार्पस फंड बनाया है। इसके अलावा चार कंपनियों ने स्टार्टअप परियोजनाओं की आर्थिक मदद में रुचि दिखाई है। देश के अग्रणी वेंचर फंडस व एआईएफ ने यूपी के इस चर्चित फंड में निवेश के प्रति रुचि दिखाई है। सिडबी व स्टार्ट अप नोडल संस्था द्वारा शीघ्र ही वेंचर कैपिटल इन्वेस्टमेंट कमेटी की बैठक इसी महीने होनी है। इस बीच सरकार ने अनुमोदित स्टार्ट अप व इन्क्यूबेटर प्रस्ताव के लिए 41 लाख रुपये जारी कर दिए हैं। सरकार द्वारा स्टार्टअप को उनके परिकल्पना स्तर पर फंडिंग, पेंटेंट लिए पंजीयन , घरेलू व इंटरनेशनल आयोजनों में प्रतिभागिता के लिए अब्दुल कलाम प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय की सहायता से 150 करोड़ रुपये के कार्पस फंड की स्थापना की गई है। स्टार्टअप्स के वित्त पोषण की समस्या के समाधान के अतिरिक्त स्टार्ट अप के विकास के लिए स्टार्टअप इको सिस्टम विकसित किया जा रहा है। प्रदेश के 100 इन्क्यूबेटर्स की स्थापना हर जिले में की जा रही है। लखनऊ में देश के सबसे बड़े इक्न्यूबेटर की स्थापना की जा रही है। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, हाईटेक इन्स्टीटयूट , एबीईएस इंजीनियरिंग कालेज, कृष्णा इंजीनियरिंग कालेज, जयपुरिया मैनेजमेंट इन्स्टीटयूट जैसे सस्थानों ने स्टार्टअप में रुचि दिखाई है।
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उत्तर प्रदेश में स्टार्टअप प्रोजेक्ट के लिए 150 करोड़ का बनेगा फंड