नई दिल्ली । दिल्ली के उपराज्यपाल कार्यालय के पास प्रदर्शन कर रहे करीब दर्जनभर जिम संचालकों को दिल्ली पुलिस ने शनिवार को हिरासत में ले लिया। जिम संचालक दिल्ली में फिर से जिम खोलने की अनुमति देने की मांग कर रहे थे। दिल्ली जिम एसोसिएशन के उपाध्यक्ष चिराग सेठी ने कहा कि हम उपराज्यपाल से अनुरोध करते हैं कि जिम पुनः खोले जाएं क्योंकि दिल्ली के इस मध्यम दर्जे के उद्योग से एक लाख लोगों की आजीविका प्रभावित हुई है, लेकिन पुलिस ने हमें हिरासत में ले लिया और सिविल लाइन्स थाने ले गई। एसोसिएशन से चार हजार छोटे और मध्यम दर्जे के उद्यमी जुड़े हैं। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कि लगभग 12 लोगों को हिरासत में लिया गया है, लेकिन उन्हें जल्द ही छोड़ दिया जाएगा। इस सप्ताह की शुरुआत में दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की कोविड-19 समीक्षा बैठक में होटल और साप्ताहिक बाजार खोलने को मंजूरी दी गई, लेकिन जिम खोलने की अनुमति नहीं दी गई। दिल्ली जिम एसोसिएशन की ओर से उपराज्यपाल अनिल बैजल को सौंपे जाने के लिए तैयार किए गए ज्ञापन में कहा गया कि सरकार जिम को नजरअंदाज कर रही है। ज्ञापन में कहा गया है दिल्ली में करीब साढ़े पांच हजार जिम हैं जिनमें एक लाख लोग काम करते हैं। उनकी आजीविका के साथ खिलवाड़ हो रहा है। फिटनेस प्रशिक्षण देने वाले, सफाई करने वाले, सहायक, उपकरण बेचने वाले और हॉउसकीपिंग कर्मचारी प्रभावित हुए हैं। एसोसिएशन ने कहा कि पड़ोसी राज्यों में जिम खोले गए और वहां कोरोना वायरस संक्रमण में वृद्धि नहीं देखी गई। दिल्ली में मार्च से ही जिम बंद हैं।
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दिल्ली के जिम मालिकों ने एलजी ऑफिस के बाहर किया प्रदर्शन