नई दिल्ली । दिल्ली सरकार के रोजगार पोर्टल पर नौकरी मांगने वालों की कतार खत्म नहीं हो रही है। अभी भी वहां 10 लाख से अधिक लोग नौकरी के लिए कतार में है। इसमें सिर्फ कम पढ़े लिखे या अनपढ़ नहीं बल्कि स्नातक व प्रोफेशनल की पढ़ाई करने वाले 50 फीसदी उम्मीदवार है। सरकार का दावा है कि करीब एक महीने में इस रोजगार पोर्टल के जरिए करीब 10 लाख वैकेंसी क्लोज हुई है। जिसका मतलब है या उन्हें नौकरी मिल गई है या फिर उनकी बातचीत चल रही है।
रोजगार पोर्टल पर अभी भी 9 हजार से अधिक नियोक्ताओं ने 8.10 लाख नौकरियां डाली है। कुल 10.51 लाख लोग इस नौकरी को पाने के लिए कतार में है। इसमें 1.5 लाख लोग प्रोफेशनल पाठ्यक्रम की पढ़ाई किए हुए है। 3.5 लाख लोग स्नातक है। 70 हजार से अधिक लोगों ने डिप्लोमा होल्डर है। ये शिक्षण क्षेत्र से लेकर, सेल्स मार्केटिंग, बैक ऑफिस के क्षेत्र में नौकरियां ढूढ़ रहे है। सरकार का कहना है कि बड़ी संख्या में इस पोर्टल के जरिए नौकरियां मिल रही है। अभी तक कितने लोगों की नौकरी मिली है। इसपर सरकार का कहना है कि अभी तक इसपर कुल 22 लाख नौकरियां डाली डाली जा चुकी है। इसमें 3.5 लाख नौकरियां फेक थी, जिसे पोर्टल से हटाया गया है। इसके अलावा 10 लाख वैकेंसी को नियोक्ता ने क्लोज किया है। जिसे हम मानते है कि उन लोगों को नौकरी मिल गई होगी या फिर बातचीत चल रही होगी। हालांकि रोजगार पोर्टल से जुड़े एक अधिकारी के मुताबिक 7500 लोगों ने वैकेंसी क्लोज की है। उनके पास कितनी जॉब थी, कितने लोगों को मिली यह बताना मुश्किल है। सीमा जोशी (सदस्य रोजगार पोर्टल टास्क फोर्स) ने कहा, रोजगार पोर्टल का मकसद ऐसे वर्ग को नौकरी दिलाना था जिसकी लॉकडाउन कोरोना के चलते मुश्किल हुई थी। इसलिए हमने इसे बेहद सरल बनाया था। बड़ी संख्या में लोग नौकरी के लिए पोर्टल पर आ रहे है। अभी यह एक शुरूआत है। जिस तरह लोगों की फीडबैक मिल रहा है हम इसमें सुधार कर रहे है। अभी भी पोर्टल पर 8 लाख से अधिक वैकेंसी है। 10 लाख से अधिक सक्रिय नौकरी तलाश रहे लोग है। कितने लोगों को नौकरी मिली यह कहना हमारे लिए मुश्किल है। हम सिर्फ दो लोगों को एक प्लेटफार्म पर ला रहे है।
रीजनल नार्थ
दिल्ली सरकार के रोजगार पोर्टल पर प्रोफेशनल अनपढ़ तक मांग रहे नौकरी