एक ताजा अध्ययन में कहा गया है कि अगर बच्चा रात को बिस्तर पर जाने से पहले टीवी, फोन या फिर ऑनलाइन ज्यादा वक्त बिताता है तो इससे उसकी मानसिक सेहत पर बुरा असर नहीं पड़ेगा। यह स्टडी उन रिपोर्ट्स के एकदम उलट है, जिनमें कहा जाता रहा है कि ज्यादा टीवी या स्मार्टफोन के इस्तेमाल से बच्चों के मानसिक विकास पर बुरा प्रभाव पड़ता है। इस स्टडी में शोधकर्ताओं ने 17 हजार किशोरों को शामिल किया और पाया कि किशोर टीवी से लेकर स्मार्टफोन और इंटरनेट पर प्रतिदिन जितना वक्त बिता रहे थे, उससे उनकी मानसिक सेहत पर कम प्रभाव पड़ा। इस प्रक्रिया को वीकेंड के अलावा वीक डेज़ में भी देखा गया। यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड के प्रफेसर एन्ड्रयू प्रीजीबायस्की ने कहा, 'स्टडी में हमें इस बात का बहुत ही मामूली सा प्रमाण मिला कि स्क्रीन पर बिताए गए टाइम की वजह से किशोरों की सेहत को नुकसान पहुंचता है।' बता दें कि इस स्टडी में टीम ने आयरलैंड, अमेरिका और संयुक्त राष्ट से प्राप्त डेटा का विश्लेषण किया था और मानसिक सेहत इसके दुष्प्रभाव पता लगाने के लिए विभिन्न तकनीकों का इस्तेमाल किया। इस स्टडी में यह भी सामने आया कि रात को बिस्तर पर जाने से पहले डिजिटल स्क्रीन्स पर 2 घंटे, 1 घंटे या फिर आधा घंटा बिताने से किशोरों के स्वास्थ्य का कोई संबंध नहीं है। जबकि अक्सर कहा जाता रहा है कि इंटरनेट से लेकर डिजिटल उपकरणों के इस्तेमाल से मानसिक सेहत पर विपरीत असर पड़ता है।
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टीवी या स्मार्टफोन के बच्चों पर नहीं होंगे दुष्प्रभाव -अमेरिका की यूनिवर्सिटी में हुआ शोध