नई दिल्ली । दिल्ली में कोविड-19 मामलों की संख्या बढ़ने के साथ, दिल्ली सरकार अधिक टेस्ट की तैयारी कर रही है। रविवार तक, 3,256 मामलों के साथ दिल्ली में जून अंत के बाद से नए मामलों की संख्या में सबसे अधिक एकल दिन की वृद्धि देखी गई। पिछले सप्ताह के दौरान दैनिक टेस्ट की संख्या अगस्त के मध्य में औसतन 15,719 टेस्ट से बढ़कर 30,202 टेस्ट हो गई है। 300 ’निश्चित’ केंद्रों के अलावा अधिक से अधिक लोगों, खासकर प्रवासी श्रमिकों, ऑटो-रिक्शा चालकों और सब्जी विक्रेताओं जैसे "विशेष निगरानी समूहों" तक पहुंचने के लिए सरकार विशेष अभियान चला रही है और शिविर आयोजित कर रही है। सराय काले खान डिस्पेंसरी के डॉक्टर ने कहा, हमारे लिए, स्टेशन पर आने वाले यात्री विशेष निगरानी समूह हैं और हम समय-समय पर स्टेशन पर जाते रहते हैं और डिस्पेंसरी में आने वाले लोगों के अलावा उनका परीक्षण करते रहते हैं। श्रीनिवासपुरी में एक डिस्पेंसरी में, जहां परीक्षण की सुविधा उपलब्ध नहीं है, लोगों को परीक्षण के लिए पास के ओखला मंडी में भेजा जाता है। क्लिनिक में एक नर्स ने कहा कि“हर दिन सुबह 6 से 10 बजे तक एक शिविर आयोजित किया जाता है। हम उन लोगों को देखते हैं जो हमारे पास टेस्ट कराने के लिए आते हैं। देश में कोरोना के सक्रिय मामले 20.96 प्रतिशत है और रिकवरी दर 77.30 फीसदी है है। तो वहीं, कोरोना संक्रमण से मौत की दर 1.72 फीसदी है। ठीक होने वाले मरीजों की पीछे के 77.25 प्रतिशत से बढ़कर शनिवार 77.30 फीसदी पर पहुंच गई। महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य महाराष्ट्र है। यहां पर पिछले 24 घंटों के दौरान के रिकॉर्ड 20 हजार 800 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या शनिवार की रात बढ़कर 8 लाख 83 हजार 862 पहुंच गई।
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कोरोना टेस्ट में तेजी लाने को ओवरटाइम कर रहे सरकारी क्लीनिक