नई दिल्ली । दिल्ली में कोविड-19 के सक्रिय मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। पिछले एक महीने में सक्रिय मरीजों की संख्या लगभग दोगुनी हो गई है। दिल्ली में सात सितंबर को कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 20,909 हो गई है। इससे 30 दिन पहले यानी 8 अगस्त को दिल्ली में कोरोना के कुल 10,627 सक्रिय मरीज थे। महीने भर में सक्रिय मरीजों की संख्या दोगुनी हो गई। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में तेजी से जांच और नए मामलों में बढ़ोतरी की वजह से ऐसा हुआ है। उन्होंने स्थिति को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। छह जुलाई तक दिल्ली के अस्पतालों में पांच हजार से कम मरीज भर्ती थे। राजधानी में मरीज बढ़ने और दूसरे राज्यों से गंभीर मरीजों के आने की वजह से अस्पतालों में मरीज बढ़ रहे हैं। दिल्ली में भर्ती लगभग 30 फीसदी कोरोना मरीज दिल्ली से बाहर के राज्यों के हैं। अस्पतालों में 66 फीसदी मरीज बढ़ गए। दिल्ली में कोरोना के मरीज बढ़ने की वजह से अस्पतालों में भर्ती मरीजों की संख्या भी 66 फीसदी बढ़ गई है। 8 अगस्त को अस्पतालों में कुल 3058 कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा था, लेकिन अब एक महीने बाद इनकी संख्या बढ़कर 5101 हो गई है। इस हिसाब एक महीने में अस्पतालों में कोरोना के इलाज के लिए 2043 और बेड फुल हो गए हैं। कई अस्पतालों में तो सभी आईसीयू और वेंटिलेटर बेड भी फुल हो गए हैं। 38 फीसदी बेड फुल दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए कुल 141,45 बेड उपलब्ध हैं। दिल्ली कोरोना एप के मुताबिक मंगलवार शाम तक 5426 मरीज अस्पतालों में भर्ती थे। यानी कुल उपलब्ध बेड में से 38 फीसदी फुल हो चुके हैं। 65 फीसदी आईसीयू और 51 फीसदी वेंटिलेटर बेड फुल अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए उपलब्ध कुल 65 फीसदी आईसीयू बेड फुल हो चुके हैं। अस्पतालों में कुल 914 कोविड आइसीयू बेड हैं, जिनमें से 595 बेड भरे हैं। वहीं, 51 फीसदी वेंटिलेटर बेड भी फुल हो चुके हैं। 1202 वेंटिलेटर बेड में से 614 बेड भरे हुए हैं।
रीजनल नार्थ
दिल्ली तेजी से बढ़ कोरोना के एक्टिव मरीज महीनेभर में हुए दोगुने