शिमला। हिमाचल विधानसभा के मानसून सत्र के तीसरे दिन भी सदन में खूब हंगामा देखने को मिला। कोरोना मामले पर सदन का काम रोककर दो दिन तक चर्चा चलती रही। सीएम जयराम ठाकुर ने सदन में जबाव दिया, लेकिन विपक्ष ने पूरे संबोधन के दौरान वेल के भीतर खूब नारेबाजी की और अंत में सदन से बाहर चले गए। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष फिर उखड़ गया और कहा कि सत्तापक्ष के मंत्री के संबोधन के लिए सदन की कार्यवाही बढ़ा दी जाती है, लेकिन विपक्षी विधायकों को बोलने नहीं दिया गया। इस पर सदन में ही नारेबाजी होती रही। हालांकि, इस दौरान सीएम ने विपक्ष की नारेबाजी को अनुसना कर अपनी बात जारी रखी। अंतत: विपक्ष सदन से बाहर चला गया। विपक्ष की गैर मौजूदगी में ही सत्तापक्ष ने संख्याबल के दम पर कार्यस्थगन प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया। हालांकि विपक्ष ने अपना प्रस्ताव वापस लेने से मना कर दिया था।
सदन में कोरोना काल को लेकर हो रही चर्चा के दौरान सीएम ने वो सारे काम गिनाए, जो अब तक किए गए हैं। इस बीच सीएम ने कहा कि कोरोनाकाल में कांग्रेस की कोई भूमिका नहीं रही। हमसे फंड का हिसाब पूछ रहे हैं, जबकि खुद बिल बनाकर अपने हाईकमान को भेज दिया और काम कुछ भी नहीं किया। सीएम ने विपक्ष को चेतावनी देते हुए कहा कि जो कुछ भी उन्होंने सदन के भीत्तर किया है, उसको लेकर वो उन्हें जनता के बीच बेनकाव कर देंगे। आने वाले वक्त में हम भी जनता के बीच जाएंगे और तुम भी जाओगे। विधायकों की सैलरी को लेकर उठे मुद्दे पर सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि जिस कांग्रेस विधायक को अपनी सैलरी कोविड 19 के लिए नहीं देनी है। वो लिखकर दें उनका पैसा वापस कर दिया जाएगा।
रीजनल नार्थ
हिमाचल विस में तीसरे दिन भी जमकर हंगामा और नारेबाजी -विपक्षी विधायकों ने लगाया सदन में बोलने न देने का आरोप