नई दिल्ली । कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पिछले पांच माह से बंद निजी स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है। मगर मिलेनियम सिटी के कई नामी निजी स्कूल अभिभावकों पर एनुअल चार्ज के साथ फीस वसूलने के लिए लगातार दबाव बना रहे हैं, जबकि प्रदेश सरकार ने सिर्फ ट्यूशन फीस वसूलने के आदेश जारी किए थे। स्कूल संचालक फीस नहीं मिलने पर बच्चों की कक्षाएं बंद कर देते हैं और उनको परेशान कर रहे हैं। अभिभावकों ने कई बार शिक्षा विभाग और उपायुक्त से भी शिकायत की, लेकिन निजी स्कूलों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। ऐसे में कई अभिभावक कोर्ट चले गए तो कई अभिभावकों को बच्चों का स्कूल भी बदलना पड़ा। अभिभावक निजी स्कूलों में ऑनलाइन पढ़ाई के लिए ट्यूशन फीस देने को तैयार हैं। वह लगातार ट्यूशन फीस पिछले कई महीनों से नियमित रूप से जमा करवा रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद निजी स्कूल अभिभावकों पर दूसरे चार्ज के लिए दबाव बना रहे हैं। इसके लिए स्कूल अभिभावकों को वॉट्सऐप ग्रुप में मैसेज, फोन और ईमेल कर रहे हैं। अभिभावक स्कूल प्रिंसिपल से मिलने के लिए भी गुहार लगा चुके हैं, लेकिन स्कूल प्रिंसिपल अभिभावकों से मिलने और फोन पर बात करने को भी तैयार नहीं हैं। स्कूल में कई बार ईमेल भी भेजे गए, लेकिन अभिभावकों को स्कूल की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला। एक अभिभावक जितेंद्र अग्रवाल ने बताया कि उन्होंने उपायुक्त को ट्वीट कर पूछा था कि क्या कोविड के समय निजी स्कूल एनुअल चार्ज वसूल सकते हैं। स्कूल हम पर एनुअल चार्ज वसूलने के लिए लगातार दबाव बना रहे हैं। अभी तक उपायुक्त की तरफ से कोई राहत नहीं मिली है।
रीजनल नार्थ
अभिभावकों पर एनुअल चार्ज देने का दबाव बना रहे निजी स्कूल