लखनऊ । निजी पैथालाॅजी के लिए कोविड-19 की जांच की दरें तय करने के दूसरे ही दिन राज्य सरकार ने बगैर डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के भी टेस्टिंग कराने की अनुमति दे दी है। यानि अब उत्तर प्रदेश में लोग कोरोना की ‘ऑन डिमांड टेस्टिंग’ करा सकते हैं।
अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि अब जरूरत पड़ने पर लोग बगैर डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के भी टेस्टिंग करा सकते हैं। उन्होंने बताया कि सरकार ने इसके लिए एक शासनादेश जारी कर दिया है। इसमें बताया गया है कि कौन से लोग बगैर डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के टेस्टिंग करा सकते हैं। उन्होंने बताया कि वह व्यक्ति जो किसी संक्रमित के संपर्क में रहा हो, सीधे टेस्टिंग करा सकता है। इसके अलावा लक्षण वाले लोग भी ऑन डिमांड टेस्टिंग करा सकते हैं। साथ ही किसी व्यक्ति को यदि विदेश जाना हो या किसी काम के लिए कोविड-19 नेगेटिव सर्टिफिकेट की जरूरत है तो वह व्यक्ति भी बिना प्रिस्क्रिप्शन के टेस्टिंग करा सकेगा अब इसकी अनुमति दे दी गई है।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि कुछ शिकायतें मिली थीं कि लोग टेस्टिंग के समय गलत मोबाइल नंबर और पता दे रहे हैं। इसके लिए भी सरकार ने नई व्यवस्था की है। अब ये लैब की जिम्मेदारी होगी कि कोई भी व्यक्ति अगर टेस्ट कराए तो उसके मोबाइल नंबर की जांच करें। साथ ही एक पहचान पत्र की छायापत्रि देना भी अनिवार्य कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि अगर कोई व्यक्ति दो-तीन लैब्स में अपनी कोविड टेस्टिंग कराता है तो उसे सभी जगह एक ही मोबाइल नंबर और एक ही पहचान पत्र देना होगा। अगर वह ऐसा नहीं करता है और अलग-अलग मोबाइल नंबर एवं पहचान पत्र देता है तो उसके खिलाफ दंडनीय कार्रवाई की जाएगी।
रीजनल नार्थ
अब यूपी में भी बिना डॉक्टर के प्रिस्क्रिप्शन के हो सकेगा कोविड टेस्ट