
मुंबई, । चीन के वुहान शहर से निकला कोरोना वायरस ने समूचे विश्व को अपनी चपेट में ले रखा है. करोड़ों लोग इससे पीड़ित हो चुके हैं और ९ लाख से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। भारत भी इससे अछूता नहीं है. खासकर मुंबई और ठाणे जिला तो कोरोना का हॉट स्पॉट बना हुआ है. कोरोना का खौफ इस कदर है कि सार्वजनिक स्थल पर मास्क लगाए हर व्यक्ति दूसरे को शक की नजरों से देखता है। मगर आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि आम आदमी को अपनी चपेट में लेने वाला यह वायरस भी एक तबके से खौफ खाता है और उसके पास फटकने से डरता है। कम से कम सोशल मीडिया पर एक मैसेज तो ऐसा ही वायरल हो रहा है। दरअसल सोशल मीडिया पर चल रहे मैसेज के अनुसार कोरोना के खौफ से जब सभी लोग मुंह पर मास्क लगाए और पॉकेट में सेनिटाइजर रख कर बाहर निकल रहे थे, उस समय भी मुंबई-ठाणे में भिखारी गली-मोहल्ले में घूम-घूम कर भीख मांगने का काम कर रहे थे या कर रहे हैं. भिखारियों के पास न तो मास्क होता है और न ही सेनिटाइजर, इसके बावजूद एक भी भिखारी कोरोना संक्रमित नहीं पाया गया है. उन्होंने न तो हाथ धोया न ही सेनिटाइजर का उपयोग किया और न ही स्नान किया।’ ख़बरों की मानें तो कोरोना काल से लेकर अब तक अस्पताल में कोई भी कोरोना संक्रमित भिखारी भर्ती नहीं हुआ है। सोशल मीडिया के वायरल मैसेज के अनुसार, ‘मेडिकल साइंस के लिए ये अध्ययन का विषय है कि आज तक एक भी भिखारी कोरोना वायरस से नहीं मरा है।