नई दिल्ली । दिल्ली सरकार ने दिल्ली के सभी प्राइवेट अस्पतालों में उपलब्ध आईसीयू बेड में से 80 प्रतिशत बेड कोविड-19 मरीजों के लिए सुरक्षित करने का आदेश जारी किया है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि यह आदेश सभी निजी अस्पतालों पर लागू होगा। जिन निजी अस्पतालों में आईसीयू बेड अभी अन्य मरीजों से भरे हैं, उनके खाली करने के बाद उसे कोविड-19 में शामिल कर लिए जाएंगे। सतेंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में कोविड के 14372 बेड में से अभी 7938 बेड भरे हैं और अभी भी 50 प्रतिशत से ज्यादा बेड खाली हैं। उन्होंने कहा कि कल दिल्ली में 60 हजार से अधिक लोगों की जांच की गई और 4321 नए केस आए, जबकि 28 लोगों की मौत हुई है। दिल्ली में पिछले 10 दिनों में मौत दर 0.68 प्रतिशत है, जबकि कुल मौत दर 2.23 प्रतिशत है।
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली में कल 4321 पॉजिटिव केस पाए गए, जबकि दिल्ली में कल 60 हजार से ज्यादा लोगों की जांच की गई थी। दिल्ली में पॉजिटिविटी दर 7.19 है। अभी हमारे देश में जो पॉजिटिव दर है, वह 8 परसेंट से अधिक है। दिल्ली में कल 28 लोगों की मौत हुई है। अगर हम पिछले 10 दिनों का मौत का औसत देखें, तो वह 0.68 प्रतिशत आ रही है और कुल मौत दर 2.23 प्रतिशत है। पिछले दस दिनों में मौत दर में काफी सुधार आया है।
स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली के अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में बेड हैं। हालांकि आईसीयू बेड में थोड़ी सी कमी आनी शुरू हो गई है। इसलिए कल दिल्ली सरकार ने आदेश दिया है कि दिल्ली के जो 33 बड़े अस्पताल है, उन अस्पतालों में 80 प्रतिशत आईसीयू बेड कोविड मरीजों के लिए रखना होगा और बाकी 20 प्रतिशत बेड यह अस्पताल अन्य मरीजों के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। यदि इन अस्पतालों में आईसीयू बेड किसी अन्य मरीज से भरे हुए हैं, तो उन मरीजों से खाली होने के बाद उन्हें कोविड बेड में शामिल कर दिया जाएगा। साथ ही जो बेड खाली हैं, वो तुरंत प्रभाव से कोविड के लिए सुरक्षित करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही हमने कोविड अस्पतालों को 30 प्रतिशत तक कोविड-19 के बेड बढ़ाने का आदेश दिया है। यदि किसी अस्पताल के पास 100 बेड है, तो वो अपने अस्पताल में बेड बढ़ा कर 130 तक कर सकता है। जिसके पास 200 बेड है, वो 260 कर सकता है और जिनके पास 500 बेड है, वो उसे बढ़ा कर 650 तक कर सकते हैं। इसके साथ ही जो नए अस्पताल हैं, उन सभी अस्पतालों को कोविड में इस्तेमाल किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि आईसीयू बेड की ही थोड़ी सी दिक्कत आ रही है। हालांकि अभी अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में बेड है, लेकिन लोगों की पसंद वाले अस्पतालों में आईसीयू बेड की कमी हो रही है। जिन अस्पतालों की अधिक मांग है, उन अस्पतालों में आईसीयू बेड बढ़ाने का आदेश दिए गए हैं। सरकार का यह आदेश सभी प्राइवेट अस्पतालों के लिए जारी किए गए हैं।
सत्येंद्र जैन ने कहा कि अभी भी दिल्ली के अस्पतालों में बेड की संख्या कम नहीं है। अभी भी दिल्ली में 50 प्रतिशत से ज्यादा अभी भी बेड खाली हैं। कुछ प्राइवेट अस्पतालों में आईसीयू बेड की दिक्कत आ रही है। दिल्ली में कोविड-19 के 14372 बेड हैं, जिसमें से 7938 बेड भरे हैं। अभी भी 50 प्रतिशत से ज्यादा बेड खाली हैं। इमरजेंसी में आईसीयू बेड की जरूरत पड़ती है। उसकी कहीं कमी न पड़ जाए, इसलिए आईसीयू बेड बढ़ाए जा रहे हैं। अभी केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार के अस्पतालों में आईसीयू बेड अभी उपलब्ध हैं। कुछ प्राइवेट अस्पतालों में आईसीयू बेड लगभग खत्म हो गए थे, इसलिए उनमें बढ़ाए जा रहे हैं।
एक सवाल का जवाब देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हम यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि अब लाॅकडाउन का समय निकल चुका है। लाॅकडाउन के बाद हमें काफी अनुभव मिल चुका है। कोरोना के संक्रमण को रोकने का सबसे प्रभावी प्रभावी तरीका मास्क पहनना है। अगर आप मास्क लगाते हैं तो काफी हद तक संक्रमण से बच सकते हैं। इसके अलावा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी है। पिछले दिनों कुछ लोगों ने मास्क लगाना ही बंद कर दिया था और फिर से इस पर अभियान चलाया जा रहा है। मुख्यमंत्री जी खुद सभी लोगों को जागरूक कर रहे हैं। एफएम और आईवीआर आदि पर भी प्रचार प्रसार किया जा रहा है। हम दिल्ली निवासियों को हर माध्यम से बता रहे हैं कि आप घर से बाहर निकलें, तो मास्क जरूर लगाइए।
एक सवाल के जवाब में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि बाहर से आने वाले लोगों का कोई अलग से आंकड़ा नहीं है, लेकिन जो बाहर से लोग आ रहे हैं वो लोग भी संक्रमित पाए जा रहे हैं। अब दिल्ली में बस, ट्रेन सभी चलने लगी हैं, इसलिए अब बाहर से आने वाले लोगों के लिए कोई प्रतिबंध नहीं है। दिल्ली में अभी स्कूल, कॉलेज, सिनेमा हॉल ही प्रतिबंधित है। मुझे लगता है, जो अनलाॅक के बाद जो एक बार प्रभाव आना था, वह वर्तमान में चल रहा है। हम उम्मीद करते हैं कि 10 से 15 दिन के बाद केस आने कम हो जाएंगे। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दिल्ली में भी ऐसा कोई केस नहीं आया है, जिसको दोबारा से कोविड हुआ है। ऐसा जरूर हुआ है कि आप कोविड से संक्रमित हुए और 10 से 12 दिन में आपका टेस्ट निगेटिव आ जाता है, तो आप दूसरों को संक्रमित नहीं कर सकते हैं, लेकिन वायरस आपके शरीर में रह सकता है। कई बार महीने डेढ़ महीने बाद भी टेस्ट करने पर उसका पाॅजिटिव रिजल्ट आ सकता है, लेकिन यह कहना कि उसे दोबारा से कोरोना हुआ है, ऐसा वैज्ञानिक समुदाय ने दावा नहीं किया है। हमे सलाह दी गई है कि जितना ज्यादा टेस्ट करेंगे, उसको रोकने में मदद मिलेगी। यदि आप कोरोना पाॅजिटिव हैं और आपमें लक्षण नहीं है, तो अगर टेस्ट में आप पाॅजिटिव पाए जाते हैं, तो आपको आइसोलेट कर सकते हैं और आप किसी को संक्रमित नहीं करेंगे। कोरोना पाॅजिटिव व्यक्ति किसी को संक्रमित न कर पाए, इसलिए बड़ी संख्या में टेस्ट किए जा रहे हैं। इससे केस जरूरत बढ़ता हुआ दिख रहा है, लेकिन कोरोना को नियंत्रित करने में काफी मदद मिलेगी।
रीजनल नार्थ
दिल्ली के प्राइवेट अस्पतालों में 80 प्रतिशत आईसीयू बेड कोविड के लिए सुरक्षित- सतेंद्र जैन