अब गुस्सा आना भी आजकल की एक बड़ी समस्या बन गया है। वैज्ञानिकों के अनुसार, गुस्सा हमारी भावना को व्यक्त करने का माध्यम है। हम जब ज्यादा परेशान हो जाते हैं या हमारे मन में कोई डर बैठ जाता है या फिर हमें किसी चीज के खो जाने का डर होता है और उस डर का सामना करने की स्थिति नजर नहीं आती है, तो गुस्सा आता है। कई बार ऐसा होता है कि हम किसी को अपनी बात समझाना चाहते हैं, लेकिन दूसरा व्यक्ति उस बात को समझने की बजाय उस पर वाद-विवाद करने लगता है। ऐसे में आप अपना साधारण स्वभाव भूल जाते हैं और उस पर गुस्सा करने लगते हैं। गुस्से की स्थिति में हार्मोन के प्रभाव से हमारा दिमाग सुन्न हो जाता है, जिसका असर हमारी सोचने की क्षमता पर पड़ता है। इस कारण हम किसी के साथ बुरा व्यवहार तो कर बैठते हैं, लेकिन बाद में हमें पछतावा होता है। शरीर में किसी भी समस्या की शुरुआत आपके खानपान में किसी गड़बड़ी की वजह से होती है। ज्यादा मसालेदार भोजन हमारे शरीर के लिए हानिकारक होता है। इससे शरीर में ज्यादा गर्मी पैदा होती है, जिससे गुस्से की आशंका ज्यादा हो जाती है। एक कहावत प्रसिद्ध है कि जैसा खाए अन्न, वैसा रहे मन। इसलिए जिन लोगों को बहुत गुस्सा आता है, उन्हें हमेशा सादा और बिना तेल-मसाले वाला भोजन करना चाहिए। अगर आप बार-बार गुस्सा करते हैं, तो गुस्सा से संबंधित रसायन की मात्रा आपके शरीर में बढ़ती जाती है। विशेषज्ञों के अनुसार, इसे अपने शरीर से बाहर निकालने का सबसे अच्छा तरीका व्यायाम है। इसलिए व्यायाम के लिए रोज दिन में समय निकालें। अगर आप सुबह समय निकाल पाते हैं, तो और बेहतर। इस समय आप तेज चहलकदमी करें। इसके लिए तैराकी भी अच्छा व्यायाम है। गुस्सा तभी आता है, जब तनाव बहुत अधिक बढ़ जाता है। इस दौरान हास्य से भरपूर किताबें और फिल्में देखना, गाने सुनना आदि आपके गुस्से पर काफी हद तक काबू पाने में सहायक साबित होते हैं। इसलिए हास्य को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं और हमेशा खुश रहने की कोशिश करें। अगर ट्रैफिक जाम की वजह से गुस्सा आ रहा है, तो अपनी कार में रखे हास्य व मनोरंजन से भरपूर टेप बजाएं, ताकि आपका ध्यान बंट सके। अगर ऐसा न कर सकें, तो अपने आपसे बातें करने लगें, ताकि शांत हो सकें। जब तक गुस्सा नियंत्रण में न आए, तब तक ड्राइविंग करने से बचें। यदि आपको लगता है कि आपको काफी गुस्सा आता है, तो यह गंभीर मानसिक बीमारी हो सकती है। मस्तिष्क में रसायनों के अनुपात का संतुलन बिगड़ने की वजह से गुस्सा बहुत अधिक आता है। ऐसी स्थिति में आपको तुरंत किसी मनोचिकित्सक से मिलना चाहिए। उनके परामर्श से जरूरी दवाओं का सेवन करें।गुस्से का सीधा संबंध तनाव से है और तनाव कम करने का एक बहुत ही अच्छा उपाय है अच्छी नींद लेना। इसलिए पूरी नींद लें। कम नींद लेने से आप खुद को कमजोर महसूस करते हैं, जबकि पूरी और गहरी नींद लेने पर आप काफी तरोताजा महसूस करते हैं। इससे आपका दिमाग काफी सहज महसूस करता है और आपकी काम करने की क्षमता भी काफी बढ़ जाती है।