नई दिल्ली । उत्तराखंड में पर्यटक अब बिना कोरोना जांच कराए ही कितने दिनों के लिए भी आ सकेंगे। उन्हें बार्डर पर कोरोना की 96 घंटे पुरानी नेगेटिव रिपोर्ट भी नहीं दिखानी होगी। इसके साथ ही पर्यटकों के लिए होटल में दो रात स्टे की अनिवार्य शर्त को भी हटा दिया गया है।मुख्य सचिव ओम प्रकाश की ओर से मंगलवार को यह आदेश किए गए हैं। सरकार की ओर से जारी किए गए नए दिशा निर्देशों के बाद अब राज्य में पर्यटक बेरोकटोक आ सकेंगे और उन्हें राज्य में आने पर क्वारंटाइन भी नहीं होना पड़ेगा। इससे राज्य में पर्यटक गतिविधियों के बढ़ने की संभावना है। दरअसल सरकार ने दो दिन पूर्व ही राज्य में आने वाले लोगों के लिए बार्डर पर जांच की व्यवस्था को खत्म कर दिया था। लेकिन पर्यटकों के लिए बॉर्डर पर कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट दिखाना या बार्डर पर ही जांच कराने की शर्त रखी गई थी। यही नहीं राज्य में आने वाले पर्यटकों के लिए होटल या होम स्टे में कम से कम दो रात स्टे की शर्त रखी गई थी। लेकिन अब सरकार ने इन सभी शर्तों को पूरी तरह समाप्त कर दिया है। अब पर्यटक बिना जांच के आ सकेंगे। लेकिन उन्हें आने से पहले स्मार्ट सिटी पोर्टल पर पंजीकरण कराना होगा। होटल में आने पर चैक इन के दौरान भी उन्हें कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट नहीं दिखानी होगी। इस दौरान थर्मल स्क्रीनिंग और सेनेटाइजेशन किया जा सकेगा। यदि किसी पर्यटक की होटल में स्टे के दौरान तबीयत बिगड़ती है तो उसकी कोरोना जांच कराई जाएगी और रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर होटल प्रशासन को इसकी जानकारी स्थानीय प्रशासन को देनी होगी।
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