नई दिल्ली । कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने कहा कि उनके बेटे बी वाई विजयेंद्र के खिलाफ लगे भ्रष्टाचार के आरोप में यदि रत्ती भर भी सच्चाई है, तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे। विजयेंद्र प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष भी हैं। राज्य विधानसभा में भाजपा सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विपक्ष के नेता सिद्धरमैया के खिलाफ मुख्यमंत्री येदियुरप्पा बिफर पड़े। दरअसल, कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि विजयेंद्र ने बेंगलोर विकास प्राधिकरण के ठेकेदार से रिश्वत ली। जिसमें दावा किया गया है कि 666 करोड़ रुपये की परियोजना हासिल करने वाले वाले ठेकेदार ने आरटीजीएस के जरिये विजयेंद्र को अदा किये। उल्लेखनीय है कि बैंकिंग की आरटीजीएस रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट प्रणाली के तहत पैसे का ट्रांसर आर्डर-दर-आर्डर आधार पर होता है। आरटीजीएस अनुरोध करते के साथ ही उसी समय वह पूरा भी होता है और वह अन्य प्रारूप एनईएफटी आदि की तरह क्लियरेंस के लिये लंबित नहीं रहता। येदियुरप्पा ने कहा यदि मेरे परिवार की संलिप्ता के बारे में रत्ती भर भी सच्चाई है, तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा। यदि यह गलत है तो आप राजनीति से संन्यास लें। आपको इस तरह के बेबुनियाद आरोप लगाने के लिये शर्मिंदगी महसूस करनी चाहिए।उन्होंने सिद्धरमैया को आरोप साबित करने और लोकायुक्त तथा भ्रष्टाचार रोधी ब्यूरो के पास शिकायत दर्ज कराने की चुनौती दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिद्धरमैया ऐसे व्यक्ति का जिक्र कर रहे हैं जो सदन के सदस्य नहीं हैं। भाजपा नेताओं ने सिद्धरमैया के आरोप को लेकर उनकी आलोचना की। जल्द ही कांग्रेस के विधायक भी अपने नेता के बचाव में उतर गये। कानून एवं संसदीय कार्य मंत्री जे सी मधुस्वामी ने हस्तक्षेप किया और कहा कि सिद्धरमैया जिस ठेकेदार पर रिश्वत देने का आरोप लगा रहे हैं ।
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भ्रष्टाचार के आरोप साबित होने पर राजनीति से संन्यास ले लूंगा :येदियुरप्पा