हाथरस । गैंगरेप और टार्चर के बाद मौत की शिकार हुई उत्तरप्रदेश के हाथरस की युवती के परिवार ने आरोप लगाया है कि एक वरिष्ठ अधिकारी उन्हें धमका रहे हैं और दबाव बना रहे हैं। यह अधिकारी आज ही परिवार से 'मिलने' पहुंचा था। हाथरस के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट का युवती के परिवार से बात करने का वीडियो आज सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।
मोबाइल पर शूट किए गए इस वीडियो में डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार को यह कहते हुए सुना जा सकता है, 'अपनी विश्वसनीयता खत्म मत करो। मीडिया के यह लोग यहां आज हैं, कल ये चले जाएंगे। केवल हम यहां रह जाएंगे। यह तुम पर है कि बयान बदलो या नहीं। हम भी बदल सकते हैं।' सामने आए एक अन्य वीडियो में एक महिला (माना जा रहा है कि यह पीड़िता की रिश्तेदार है) कैमरे की ओर देखकर रोने लगती है। गोद में बच्चे को लिए हुए यह महिला कहती हैं, 'वे हम पर दबाव डाल रहे हैं। वे कह रहे हैं कि यदि हमारी बेटी कोरोना वायरस से मर जाती तो उसे मुआवजा मिलता। हमें धमकियां मिली रही हैं, हमारे पिता को धमकियां मिल रही है।' उसने कहा, 'वे कह रहे हैं कि जब वे यह वीडियो दिखाएंगे तो यह केस बंद हो जाएगा। उन्होंने मां का वीडियो बना लिया है, उस समय वह अपने दिली भावना के आधार पर बात कर रही थी। वे हमें यहां नहीं रहने देंगे, डीएम हमारे साथ 'खेल' खेल रहे हैं, वे हम पर दबाव बना रहे हैं। वे हम पर दबाव बना रहे हैं और कह रहे हैं कि हमारे बयान भरोसे लायक नहीं हैं।
हालांकि अधिकारी ने परिवार के आरोपों का खंडन किया है। डीएम लक्षकार ने कहा, 'मैं परिवार के लोगों से बुधवार को मिला था और हमारी करीब डेढ़ घंटे बात हुई, मैं आज भी उनसे मिला और उनकी नाखुशी को देखा। मैं उनके साथ हुई बातचीत को लेकर आई अफवाहों का खंडन करता हूं। उनकी मुख्य चिंता यह है कि आरोपी को फांसी मिले, मैंने उन्हें आश्वस्त किया और कहा कि मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाएगा।''
रीजनल नार्थ
हाथरस के डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट युवती के परिवार को धमकाया