तथ्यों को लेकर छेड़खानी या अनभिज्ञता कई बार हास्यास्पद हो जाती है। कुछ ऐसा ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ उस समय घटा जब वह ईरान दौरे पर राष्ट्रपति हसन रुहानी के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबांधित कर रहे थे। दरअसल इमरान खान ऐतिहासिक तथ्यों में उलझ गए और कह दिया कि जर्मनी और जापान ने द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद अपने आर्थिक संबंधों को सुधारा और अपने सीमा पर संयुक्त उद्योग भी स्थापित किए। दरअसल, जापान और जर्मनी की सीमा में करीब 5000 मील से ज्यादा का अंतर है। इमरान खान यहां जर्मनी और फ्रांस कहना चाहते थे, लेकिन फ्रांस की जगह उन्होंने जापान कह दिया। इमरान ने कहा था, 'जितना आप एक-दूसरे के साथ व्यापार करते हैं, उतना ही आपका संबंध एक-दूसरे के साथ बढ़ता है। जर्मनी और जापान ने दूसरे विश्वयुद्ध में एक-दूसरे के हजारों लोगों को मारा था, लेकिन उसके बाद दोनों देशों ने बॉर्डर पर संयुक्त उद्योग लगाने का फैसला किया।' बता दें कि दूसरे विश्व युद्ध के बाद फ्रांस और जर्मनी ने एक साथ हाथ मिलाकर यूरोपियन यूनियन की नींव डाली थी और एक-दूसरे की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त उद्योग लगाया था। इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर पाक पीएम इमरान खान की जमकर खिंचाई हो रही है। कुछ लोग कह रहे हैं कि पाकिस्तान के इतने पढ़े-लिखे पीएम से अनपढ़ों जैसी उम्मीद नहीं थी।