नई दिल्ली । एक ताजा अध्ययन में कहा गया है कि ‘कैटलस' एंजाइम में कोविड-19 के लक्षणों का उपचार करने की क्षमता है। कैटलस एंजाइम कोरोना वायरस को मानव शरीर के भीतर प्रजनन करने से रोक सकता है। ‘कैटलस' प्राकृतिक रूप से उत्पन्न होता है और इसका इस्तेमाल सभी मानव, जानवरों तथा पौधों द्वारा किया जाता है। इसका मुख्य कार्य शरीर के पदार्थों को हानिरहित करने के लिए हाइड्रोजन पेरोक्साइड के अपघटन की प्रतिक्रिया को उत्प्रेरित करना है। कोशिकाओं की महत्वपूर्ण गतिविधियों के लिए यह एंजाइम बहुत ही महत्वपूर्ण है। यह ऑक्सीकरण रोधी एंजाइम विश्वभर में आहार उत्पादन में इस्तेमाल किया जाता है और इसे पूरक आहार के रूप में भी लिया जाता है।
इस बीच, हमारे अनुसंधान में पता चला है कि कैटलस एंजाइम सार्स-कोव-2 वायरस की वजह से उत्पन्न होने वाली अत्यधिक सूजन तथा सामान्य कारणों से होने वाली अत्यधिक सूजन का प्रभावी चिकित्सकीय समाधान है।'' अनुसंधानकर्ताओं का कहना है, कि यह एंजाइम कोविड-19 के लक्षणों का उपचार करने और कोरोना वायरस को मानव शरीर के भीतर बढ़ने से रोक सकता है। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, लॉस एंजिलिस (यूसीएलए) के अनुसंधानकर्ता युनफेंग लु ने कहा, ‘‘टीकों और विषाणु रोधी दवाओं पर काफी ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
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कैटलस एंजाइम में कोरोना उपचार की क्षमता -ताजा अध्ययन में किया गया दावा