नई दिल्ली । बिहार विधान सभा चुनाव को लेकर लगभग सभी दलों ने अपनी तैयारी को अंतिम रूप दे दिया है। पहले चरण की 71 विधानसभा सीटों पर चुनाव को लेकर नामांकन भरने की अब कुछ ही दिन बचे हैं। ऐसे में सभी प्रमुख राजनीतिक दल अपने-अपने प्रत्याशियों की घोषणा करने के साथ ही नामांकन फाइल करने में जुट जाएंगे। उधर जहां महागठबंधन ने सीट शेयरिंग की घोषणा कर दी है वहीं एनडीए से लोजपा के अलग होने के बाद एनडीए भी सीट शेयरिंग की घोषणा करने की तैयारी में है। इन सब के बीच महागठबंधन ने बाजी मारते हुए पहले चरण के तहत होने वाले मतदान के लिए अपने 71 सीटों के बंटवारे की घोषणा कर दी है। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए उम्मीदवारों को अंतिम रूप देने के लिए कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति सीईसी पार्टी के अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के दिल्ली स्थित आवास पर आज एक बैठक करेगी। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस पार्टी ने उन सभी सिटिंग विधायकों के नाम साफ़ कर दिए हैं, जिनका निर्वाचन क्षेत्र पहले चरण के चुनाव के लिए चल रहा है, जहां नामांकन की अंतिम तिथि 8 अक्टूबर है। यह पहली बार है जब कांग्रेस पार्टी 70 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। पिछले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस केवल 41 सीटों पर लड़ाई लड़ी, जिसमें से 27 उम्मीदवारों ने चुनाव जीते थे। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के तहत पहले चरण की 71 विधानसभा सीटों पर हो रहे चुनाव को लेकर एनडीए के प्रत्याशियों 6 अक्टूबर से अपना पर्चा भरने लगेंगे। विश्वस्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक पहले चरण की सीटों पर जदयू-भाजपा के प्रत्याशी 8 अक्टूबर को भी नामांकन करेंगे। 16 जिलों की जिन 71 सीटों पर इस चरण में चुनाव हो रहे हैं, उन सीटों पर टिकट पाने वाले उम्मीदवारों को जदयू के साथ-साथ भाजपा की ओर से भी सूचनाएं जाने लगी हैं। रविवार को भी कुछ नेताओं को फोन से नामांकन की तैयारी करने को कहा गया। भले ही, लोजपा की वजह से एनडीए में सीट शेयरिंग का एलान नहीं हो पाया था, पर जदयू और भाजपा में स्पष्टत: सीटें चिह्नित हो चुकी हैं कि किस दल को कहां से प्रत्याशी देना है।
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पहले चरण की सीटों के प्रत्याशियों के लिए महागठबंधन का मंथन जारी