नई दिल्ली । हाथरस गैंगरेप पीडि़ता के परिवार को पुलिस ने कड़ी सुरक्षा दे दी है। गांव में तनाव और परिवारवालों को मिल रही धमकियों के बीच सरकार के निर्देश पर यूपी पुलिस ने पीडि़त परिवार को सुरक्षा दी है। पीड़िता के भाई के साथ दो पुलिसकर्मी अंगरक्षक की तरह लगाए गए हैं। घर के बाहर डेढ़ सेक्शन पीएसी की 24 घंटे तैनाती कर दी गई है। डिप्टी एसपी स्तर के एक अधिकारी सहित कई पुलिसवालों की तैनाती की गई है। एक मजिस्ट्रेट की भी ड्यूटी गांव में लगाई लगाई गई है। दो महिला एसआई व छह महिला कॉन्स्टेबल घर के बाहर तैनात हैं। गांव में शांति व्यवस्था कायम रखने के लिए 15 पुलिस के जवान, 3 एसएचओ भी 24 घण्टे की ड्यूटी पर तैनात किए गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बालिकाओं व महिलाओं से जुड़े मामलों में पुलिस विभाग को पूरी संवेदनशीलता व तत्परता से काम करने को कहा है। उन्होंने कहा कि अनुसूचित जाति व जनजाति से संबंधित मामलों में भी पुलिस विभाग गम्भीरता और शीघ्रता के साथ कार्यवाही करे। सरकारी प्रवक्ता ने रविवार को बताया कि वर्तमान राज्य सरकार की अपराधों के विरुद्ध जीरो टालरेन्स की नीति है। प्रदेश सरकार द्वारा लगातार की गई कार्यवाही से बालिकाओं व महिलाओं के प्रति अपराधों में उल्लेखनीय कमी आयी है। वर्तमान प्रदेश सरकार ने कार्यभार ग्रहण करने के पश्चात एण्टी रोमियो स्क्वाड के गठन की कार्यवाही की। मुख्यमंत्री द्वारा एण्टी रोमियो स्क्वाड को निरन्तर और प्रभावी ढंग से कार्यशील रखने के निर्देश दिए गए हैं। प्रवक्ता ने बताया कि एनसीआरबी की वर्ष 2019 की रिर्पोट के अनुसार महिलाओं के विरुद्ध अपराध के मामलों में प्रदेश में सजा का प्रतिशत 55.2 प्रतिशत है, जो देश में सर्वाधिक हैं। प्रदेश में महिला संबंधी अपराधों में वर्ष 2019 में 8,059 मामलों में दोष सिद्धि हुई है। यह देश में सर्वाधिक है। 5,625 मामलों में दोषसिद्धि के साथ राजस्थान दूसरे और 4,191 मामलों में दोषसिद्धि के साथ मध्य प्रदेश तीसरे स्थान पर है।
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पीड़ित परिवार को हाथरस पुलिस ने दी कड़ी सुरक्षा