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 नई पाॅलिसी लागू होने के बाद पेड़ काटने पर एजेंसी को उसके 80 प्रतिशत पेड़ ट्रांसप्लांट करने होंगे

 नई पाॅलिसी लागू होने के बाद पेड़ काटने पर एजेंसी को उसके 80 प्रतिशत पेड़ ट्रांसप्लांट करने होंगे

नई दिल्ली । सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इसके अलावा हम ट्री प्लांटेशन की एक पॉलिसी बना रहे हैं। पेड़ काटे जाते हैं। कई बार सड़क या बिल्डिंग बनाने के लिए पेड़ काटने जरूरी भी हो जाते हैं। अभी तक यह पॉलिसी थी कि यदि एक पेड़ कटेगा, तो उसकी एवज में 10 नए पौधे लगाए जाएंगे, इन 10 नए पौधों को बड़े होने में काफी समय लगेगा, जबकि जिस पेड़ को काटा गया, वह काफी बड़ा और हरा भरा था। इसलिए अब हम अगले एक सप्ताह में एक पाॅलिसी ला रहे हैं कि अगर कोई एजेंसी काटती है, तो उसको उसमें से 80 प्रतिशत वहां से ट्रांसप्लांट करके नई जगह लगाने पड़ेंगे। हमारे पेड़ कम नहीं होने चाहिए, एक पेड़ के बदले 10 पौधे लगाए ही जाएंगे, साथ ही जो पेड़ कटेंगे, उसके कम से कम 80 प्रतिशत पेड़ ट्रांसप्लांट करके लगाए जाने चाहिए। मैने कुछ दिन पहले इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी की घोषणा की थी। भारत की ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया मैं सबसे अच्छी पॉलिसी है, यह पाॅलिसी भी बहुत जल्द अब लागू हो जाएगी और उसके तहत लोगों को इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदने में सब्सिडी मिलनी शुरू हो जाएगी। यह सारी चीजें हैं, जो दिल्ली के लोग, दिल्ली सरकार के साथ मिलकर के लागू करेंगे। 
सीएम केजरीवाल ने कहा कि अगर हवा खराब होती है, तो हवा यह नहीं देखती है कि हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश या बिहार की है। हवा इधर से उधर जाती है और उधर से इधर आती है। प्रदूषण भी इधर से उधर जाता है और उधर से इधर आता है। इसलिए जब तक हम सारे मिलकर हवा साफ नहीं करेंगे, तब तक इसका प्रभाव नहीं पड़ने वाला है। मैं दो तीन चीजों पर आसपास की सरकारों से निवेदन करना चाहता हूं। पहला यह कि कोशिश करें कि पराली जलाने का सिलसिला है, वह रूके। मैंने पंजाब के बहुत से किसानों से बात की है। किसान कहते हैं कि हम खुद दुखी होते हैं। वो कहते हैं कि प्रदूषण आप तक तो बाद में पहुंचता है, पहले तो हमारे बच्चों के फेफड़ों में प्रदूषण जाता है, लेकिन हम करें क्या? हमें इसके लिए सरकारों से मदद चाहिए। मैं सभी सरकारों से निवेदन करना चाहता हूं कि जैसे दिल्ली सरकार ने इसका एक विकल्प निकाला है, हर सरकार अपने-अपने स्तर पर इसका एक विकल्प निकाल करके अपने किसानों की मदद करें, ताकि यह पराली आज एक समस्या बन गई है, यह पराली किसानों के लिए एक अवसर बन सकती है। यह किसानों के लिए आमदनी का जरिया बन सकती है। हमारे दिल्ली के लगभग 300 किलोमीटर के दायरे में कोयले से बिजली बनाने के लिए 11 प्लांट चल रहे हैं। इस पाॅवर प्लांट से दिल्ली में बहुत ज्यादा प्रदूषण दिल्ली में आता है। दिल्ली में कोयले के दो प्लांट चलते थे, हमने दोनों को बंद करा दिया। अब दिल्ली एक ऐसा शहर हो गया, जहां कोयले का एक भी पाॅवर प्लांट नहीं है, लेकिन हमारे दिल्ली के आसपास 300 किलोमीटर के दायरे में आसपास के राज्यों में 11 पाॅवर प्लांट चल रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था कि दिसंबर 2019 तक इन प्लांट्स से प्रदूषण बंद हो जाने चाहिए, लेकिन अभी तक उस आदेश का पालन नहीं हुआ है। मेरी सभी राज्यों से हाथ जोड़कर विनती है कि इस प्रदूषण को खत्म किया जाए। दिल्ली के आसपास बहुत सारे ईटों के भट्ठे चल रहे हैं, वहां से भी बहुत प्रदूषण आ रहा है, इनके ऊपर भी लगाम लगाने की जरूरत है।

- सभी विभागों के साथ बैठक कर प्रदूषण को नियंत्रित करने के निर्देश दिए
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर को कम करने को लेकर पर्यावरण विभाग, विकास विभाग, पीडब्ल्यूडी, एमसीडी, एनडीएमसी, ट्रांसपोर्ट विभाग, ट्रैफिक पुलिस, डीडीए, डीएसआईडीसी और दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में पर्यावरण मंत्री गोपाल राय, डीडीसी के वाइस चेयरमैन जस्मीन शाह भी मौजूद रहे। पर्यावरण विभाग, पीडब्ल्यूडी, नार्थ एमसीडी, साउथ एमसीडी, ईस्ट एमसीडी, ट्रांसपोर्ट समेत अन्य विभागों ने वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने को लेकर की गई कार्रवाई के बारे में मुख्यमंत्री को प्रजेंटेशन के जरिए जानकारी दी। साथ ही सभी विभागों ने आने वाले दिनों प्रदूषण बढ़ने की संभावना के मद्देनजर उठाए जाने वाले कदमों की जानकारी भी दी। इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने सभी विभागों से कहा कि कोरोना काल में वायु प्रदूषण बढ़ता है, तो दिल्ली निवासियों के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए हमें अपने स्तर पर हर मुमकिन कोशिश करनी है कि किसी भी हालत में प्रदूषण का स्तर न बढ़े। जिस तरह से हम सभी ने मिल कर पिछले साल तक 25 प्रतिशत प्रदूषण को कम करने में सफलता हासिल की है, उसी तरह इस बार हमें पूरी लगन और एकजुट होकर काम करते हुए प्रदूषण स्तर को और भी कम करना है, ताकि कोरोना संकट से जूझ रहे दिल्ली निवासियों के लिए प्रदूषण गंभीर खतरा न बन सके। सीएम ने कहा कि हम सभी विभागों को हर स्तर पर सहयोग देने के लिए हमेशा तैयार हैं। प्रदूषण को लेकर की जाने वाली कार्रवाई के दौरान किसी भी तरह की समस्या आती है, तो विभागीय अधिकारी मुझसे संपर्क कर सकते हैं।
 

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