शिमला। वित्तीय संकट से जूझ रही हिमाचल सरकार के लिए राहत भरी खबर है। कोरोना संकट के चलते डगमगा रही अर्थव्यवस्था अब धीरे-धीरे पटरी पर लौटती हुई नजर आ रही है। आबकारी एवं कराधान विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, बीते सितंबर माह में विभाग को 533 करोड़ रूपये की आय हुई है। साल 2019 के सितंबर माह की तुलना करें तो इस साल पिछले वर्ष के मुकाबले 10.52 प्रतिशत ज्यादा इनकम हुई है। टैक्स कॉलेक्शन की बात करें तो इस सितंबर माह में जीएसटी में 13 फीसदी और एक्साइज में 10 प्रतिशत की बढ़ौतरी हुई। स्टेट एक्साइज से 136.68 करोड़, कोविड सेस से 4.95 करोड़, सेल और वैट टैक्स से 45.54 करोड़ और जीएसटी से 319.75 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ। अन्य सभी तरह के कर को जोड़े तो कुल 533.10 करोड़ रूपए के राजस्व की प्राप्ति हुई। सेल और वैट में राजस्व प्राप्ति में 8.31 फीसदी की कमी पाई गई।
आबकारी एवं कराधान विभाग के आयुक्त रोहन चंद ठाकुर ने कहा कि लॉकडाउन के बाद जैसे अनलॉक होना शुरू हुआ, उसके बाद राजस्व प्राप्ति ने रफ्तार पकड़ी है और साथ ही विभाग ने अपनी कार्यशैली में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं, जिसके चलते आय में बढ़ौतरी होना शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि कुछ समय बाद फेस्टिवल सीजन शुरू होने वाला है, उससे जीएसटी क्लेक्शन बढ़ने की संभावना है। रोहन ठाकुर ने कहा कि उद्योगपतियों और कारोबारियों के संबंध में विशेष कदम उठाए गए हैं, जिससे न केवल उनके व्यापार बल्कि राज्य को फायदा होगा। वैट से संबंधित पुराने केसों को सैटल किया जा रहा है, उन्हें सैटल करने की सीमा को 31 जनवरी तक बढ़ाया गया है। इसके अलावा, विभाग छोटे-छोटे टारगेट लेकर चला है, जिससे उम्मीद है कि स्थिती और बेहतर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि जीएसटी में कई तरह के सुधार किए गए हैं। जटिल प्रकिया को सरल किया गया है, ई-बे बिल चैकिंग को बढ़ाने के साथ साथ कई कारगर कदम उठाए गए हैं।
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पटरी पर लौटने लगी हिमाचल की अर्थव्यवस्था, सितंबर में 533 करोड़ रुपये की आय -सितंबर 2019 की तुलना में सितंबर 2020 में राज्य को हुई 10.52 प्रतिशत ज्यादा इनकम