हाथरस । बूलगढी की दलित बेटी गुड़िया को न्याय दिलाने के लिए जहां तमाम सियासतदानों का गांव बूलगढी में आना-जाना जारी है वहीं आज सियासतदानों की भीड़ कम रही। जबकि प्रशासन द्वारा पीड़िता के घर की सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है तथा पीड़िता के घर आने जाने वाले लोगों पर कड़ी निगरानी के साथ ही उन्हें अब मेटल डिटेक्टर से होकर गुजारना पड़ेगा। जबकि इस मामले में शासन स्तर से व खुफिया एजेंसियों द्वारा फंडिंग व दंगे की साजिश आदि की बारीकी से जांच की जा रही है। जिससे कि इस कांड में शामिल दोषी लोगों को उजागर कर उनके खिलाफ कार्यवाही की जा सके। वहीं प्रदेश सरकार द्वारा उक्त मामले की जांच हेतु गठित की गई एसआईटी टीम को 10 दिन का समय और जांच हेतु दे दिया गया है। वहीं गांव बूलगढ़ी में पुलिस व प्रशासन के आला अधिकारियों के साथ भारी पुलिस बल तैनात है।
बूलगढ़ी की दलित बेटी गुड़िया के साथ घटित घटना के बाद से पूरे देश में उक्त मामला छाया हुआ है और भारी सुर्खियों में है। जबकि उक्त मामले की कवरेज हेतु स्थानीय मीडिया के अलावा देश व प्रदेश की राष्ट्रीय मीडिया भी गांव में डेरा जमाए हुए हैं और पीड़िता के घर देश के बड़े-बड़े नेताओं का आना-जाना भी लगा हुआ है। वहीं पीड़िता के घर व गांव को पुलिस प्रशासन द्वारा छावनी में तब्दील कर दिया गया है और कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। जानकारी के मुताबिक आज प्रशासन द्वारा बूलगढ़ी में पीड़िता के घर आने-जाने वालों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। साथ ही मेटल डिटेक्टर भी लगवाया गया है। जिससे सुरक्षा व्यवस्था अब और ज्यादा कड़ी कर दी गई है तथा पीड़िता के घर आने जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति पर नजर रखी जा सकेगी और अनाधि.त लोगों के प्रवेश करने पर भी रोक लगाई जा सकेगी।
यह भी उल्लेखनीय है कि उक्त प्रकरण को लेकर प्रदेश सरकार द्वारा गठित की गई एसआईटी टीम द्वारा लगातार मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। जबकि टीम की जांच पड़ताल में ही खुलासा हुआ था कि पीड़िता के भाई व आरोपी के बीच करीब 104 बार फोन कॉल का रिकॉर्ड मिलने का सनसनीखेज मामला सामने आया है और एसआईटी की जांच में यह सामने आने के बाद भारी सनसनी फैली हुई है। वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा एसआईटी टीम को जांच प्रक्रिया और अच्छे ढंग से करने के लिए 10 दिन का समय और दिया गया है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि बूलगढ़ी प्रकरण में जहां तमाम राष्ट्रीय व प्रदेश स्तरीय नेताओं का जमावड़ा लगा रहा, वहीं दिल्ली से आम आदमी पार्टी के विधायक कुलदीप के कोरोना पॉजिटिव होने व इसके बावजूद भी पीड़िता के घर परिजनों से मिलने के लिए आने पर उनके खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
बूलगढ़ी प्रकरण को लेकर आज पीड़िता के घर अलीगढ़ जनपद के खैर विधानसभा क्षेत्र के विधायक अनूप बाल्मीकि भी पीड़िता के परिजनों से मिलने पहुंचे हैं। जबकि अन्य छोटे-छोटे संगठनों व सामाजिक संगठनों के लोग भी पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए आ जा रहे हैं। बूलगढी प्रकरण को लेकर जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन द्वारा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था करने के साथ ही भारी पुलिस बल तैनात किया गया है और परमिशन के बाद ही किसी भी व्यक्ति को आने जाने दिया जा रहा है। साथ ही उक्त पूरे मामले में सघन छानबीन जांच पड़ताल जारी है। जबकि देश की खुफिया जांच एजेंसियां भी उक्त मामले की पूरी तरह से जांच पड़ताल कर रही हैं। जबकि खबरों के मुताबिक एक न्यूज चैनल पर एक कांगेसी नेता के किए गए स्टिंग ऑपरेशन में उक्त मामले में काफी आपत्तिजनक बातें सामने आने पर उक्त नेता के खिलाफ क्षेत्र में भारी आक्रोश व्याप्त हो गया है और लोगों द्वारा उक्त नेता के खिलाफ भी कार्यवाही की मांग की जा रही है।
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बूलगढ़ी की पीड़िता के घर व गांव की सुरक्षा व्यवस्था हुई और कड़ी एसआईटी की जांच पड़ताल जारी:आला अधिकारी तैनात:पीड़िता के घर पहुंच रहे नेता व संगठन