रिलायंस समूह जियो में हिस्सेदारी बेचना चाहता है। ऐसे में जापान का सॉफ्टबैंक जियो में दो से तीन अरब डॉलर निवेश कर हिस्सेदारी खरीद सकता है। रिलायंस समूह के प्रमुख मुकेश अंबानी कंपनी में हिस्सेदारी बेचकर कंपनी का कर्ज कम करना चाहते हैं। जेपी मोर्गन ने एक रिसर्च रिपोर्ट में कहा, "सॉफ्टबैंक को लंबे समय से जियो के संभावित निवेशक के तौर पर देखा जा रहा है।" अब यह देखा जाना बाकी है कि सॉफ्टबैंक वास्तव में कितना पैसा निवेश करता है। यह बात सामने आई है कि फिलहाल सॉफ्टबैंक का 'विजन फंड' जियो इंफोकॉम में हिस्सेदारी खरीदने को लेकर ड्यू डेलिजेंस कर रहा है। जियो को सितंबर 2016 में लॉन्च किया गया था। यह कंपनी मात्र दो वर्ष के भीतर देश की तीसरी सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी बन गई हालांकि इस मामले पर रिलायंस और सॉफ्टबैंक के प्रवक्ता ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।