लंदन । लंदन की वेस्टमिंस्टर मैजिस्ट्रेट अदालत ने भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की रिमांड बढ़ा दी है। भारत में लगभग दो अरब डॉलर के पीएनबी बैंक घोटाले में धोखाधड़ी और धनशोधन के आरोपों में वांछित 49 वर्षीय नीरव मोदी अपने खिलाफ चल रहे प्रत्यर्पण मुकदमे में तीन नवंबर को होने वाली अगली सुनवाई में दक्षिण-पश्चिम लंदन में अपने कारागार से वीडियो लिंक के माध्यम से पेश हो सकता है।
शुक्रवार को में वीडियो लिंक से हुई नियमित सुनवाई के दौरान जिला जज करीम इज्जत ने कहा, 'मैं प्रत्यर्पण मामले में मामले को 3 नवंबर को होने वाली अगली सुनवाई तक के लिए स्थगित कर रहा हूं जिस पर आंशिक सुनवाई हो गई है।' अगली सुनवाई में अदालत में भारतीय अधिकारियों द्वारा मुहैया कराए गए साक्ष्यों की स्वीकार्यता पर विचार करने के लिए दलीलें रखी जाएंगी।
इस मामले में कम से कम एक और अंतिम सुनवाई दिसंबर या अगले साल की शुरुआत में हो सकती है जिसमें दोनों पक्ष अंतिम दलीलें रखेंगे। इसके बाद ही मामले में फैसला आ सकता है। इस बीच नीरव मोदी को वैंड्सवर्थ जेल में ही रखा गया है जहां वह पिछले साल मार्च में गिरफ्तारी के बाद से बंद है।
प्रत्यर्पण की लड़ाई लड़ रहे नीरव मोदी ने डिप्रेशन का हवाला देते हुए जमानत याचिका दायर की थी। नीरव को अपने मामले के राजनीतिकरण के कारण भारत में निष्पक्ष सुनवाई की संभावना नहीं दिख रही है और उसने भारतीय जेलों में पर्याप्त चिकित्सा सुविधाओं की कमी का हवाला देते हुए कहा कि वहाँ रहने वालों को 'आत्महत्या का उच्च जोखिम' का सामना करना पड़ता है।
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भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी की रिमांड बढ़ाई गई