हाथरस। हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार के एक सदस्य का कोरोना टेस्ट करने पहुंची मेडिकल टीम को वापस लौटा दिया गया। डॉक्टर ने बताया कि परिवार के एक सदस्य को कोरोना के लक्षण थे, लेकिन जब टीम कोरोना टेस्ट करने के लिए पहुंची,तब सभी ने इनकार कर दिया। परिवार ने इसके पहले नार्को टेस्ट से भी इनकार कर दिया था। टीम को शिकायत मिली थी कि हाथरस में पीड़िता के परिवार के एक सदस्य को कोरोना के लक्षण हैं। सदस्य को खांसी और बुखार था। जानकारी मिलते ही टीम जांच के लिए पीड़िता के घर पहुंची।डॉक्टर ने बताया,हमें जानकारी मिली कि परिवार के एक सदस्य को बुखार और खांसी है। पीड़िता के घर पर रोज बाहर से लोग आ रहे हैं,इसकारण वहां जाकर टेस्ट लेने का फैसला किया लेकिन परिवार ने इनकार कर दिया।'
बता दें कि हाथरस जाने वाले पुलिसकर्मी, पत्रकार और नेता कोरोना संक्रमित पाए जा चुके हैं। हाल ही में आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक पर आरोप लगा था कि वह कोरोना संक्रमित होते हुए भी पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे थे। कुलदीप के खिलाफ महामारी एक्ट के तहत केस भी दर्ज हुआ है। हाथरस में कथित गैंगरेप और हत्या का मामला सामने आने के बाद कांग्रेस नेता राहुल और प्रियंका गांधी सहित कई नेता 19 साल की दलित युवती के परिजनों से मिलने बूलगढ़ी आ चुके हैं। कई दलों के कार्यकर्ता, समाजसेवी और संगठनों के प्रतिनिधिमंडल भी हाथरस पहुंचे थे।
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हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिवार के एक सदस्य को खांसी और बुखार, जांच करने पहुंची टीम को वापस लौटाया