मुंबई । महाराष्ट्र में मंदिरों को खोले जाने को लेकर चल रहे मामले में शिवसेना नीत उद्धव ठाकरे की सरकार के फैसले से भाजपा सहमत नहीं है। भाजपा विधायक आशीष शेलार ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, जो शिवसेना के भी प्रमुख हैं, को हिन्दुत्व का प्रमाणपत्र लेने की जरूरत है क्योंकि वह अपने दिवंगत पिता बाला साहेब ठाकरे द्वारा शुरू की गई राजनीति से ‘विमुख’ हो गए हैं। शेलार ने यह टिप्पणी, ठाकरे द्वारा महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर पलटवार करते हुए यह कहे जाने के बाद की कि ‘मुझे मेरे हिन्दुत्व के लिए प्रमाणपत्र लेने की जरूरत नहीं है।’ उल्लेखनीय है कि ठाकरे को धार्मिक स्थलों को दोबारा खोलने के सिलसिले में लिखी चिट्ठी में कोश्यारी ने पूछा, ‘क्या आप अचानक धर्मनिरपेक्ष हो गए हैं, जिस शब्द से आप नफरत करते थे?
शेलार ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा, ‘आप इस तथ्य से इनकार नहीं कर सकते हैं कि आप हिन्दुत्व से विमुख हो गए हैं जिसका अनुपालन आपके पिता (बाला साहेब ठाकरे जिन्होंने शिवसेना की स्थापना की थी) करते थे। जिन लोगों ने वीडी सावरकर को अपमानित किया उनके साथ आप सत्ता में साझेदारी कर रहे हैं।’ भाजपा विधायक ने वार्षिक ‘आषाढी एकादशी’ के अनुष्ठान का संदर्भ देते हुए कहा, ‘आप जब कुछ महीने पहले परंपरा के अनुसार, पंढरपुर गए तो भगवान विट्ठल के चरण स्पर्श नहीं किए।’ उन्होंने कहा, ‘आपको राज्यपाल कोश्यारी के प्रमाणपत्र की जरूरत है जो उत्तराखंड से आते हैं जो देवभूमि है।’ गौरतलब है कि बालासाहेब ठाकरे को हिन्दुत्व का चेहरा माना जाता था और उन्हें ‘हिंदू हृदय सम्राट’ के रूप में संबोधित किया जाता था।
रीजनल वेस्ट
पिता बाला साहेब ठाकरे द्वारा शुरू की गई राजनीति से ‘विमुख’ हो गए हैं उद्धव : आशीष शेलार