नई दिल्ली । राजधानी दिल्ली में बुधवार सुबह प्रदूषण के स्तर में थोड़ी गिरावट जरूर आई, लेकिन वायु गुणवत्ता 'खराब' की श्रेणी में बनी रही। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की दिल्ली के लिए वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली के अनुसार गुरुवार तक वायु गुणवत्ता में थोड़ा सुधार आने की संभावना है। शहर में सुबह साढ़े दस बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक एक्यूआई 274 रहा। औसत एएक्यूआई 300 रहा। सुबह एक्यूआई 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज किया गया और यह दोपहर 11 बजे 306 रहा, जो फरवरी के बाद सबसे खराब था। इसके बाद वेंटिलेशन इंडेक्स में थोड़ा सुधार होने से प्रदूषण के स्तर में थोड़ी कमी आई। वेंटिलेशन इंडेक्स वह गति है जिस पर प्रदूषक तितर-बितर हो सकते हैं। औसतन 10 किमी प्रति घंटे से कम हवा की गति के साथ 6,000 वर्गमीटर प्रति सेकेंड से कम वेंटिलेशन सूचकांक, प्रदूषकों के फैलने के लिए प्रतिकूल है। भारतीय मौसम विभाग में वरिष्ठ वैज्ञानिक के अनुसार कि बुधवार और गुरुवार को वेंटिलेशन इंडेक्स 6,000 वर्गमीटर प्रति सेकेंड रहने की संभावना है। बुधवार सुबह न्यूनतम तापमान 23.7 डिग्री सेल्सियस रहा। दिल्ली में वायु प्रदूषण की समस्या गंभीर है। दिल्ली से सटे गौतमबुद्ध नगर जिले के नोएडा व ग्रेटर नोएडा में बीते कुछ दिन से वायु प्रदूषण काफी बढ़ गया है। प्रदूषण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि बुधवार को नोएडा में वायु गुणवत्ता सूचकांक एक्यूआई 290 दर्ज किया गया जो खराब श्रेणी में आता है। उन्होंने बताया कि बीते 10 दिन में हवा करीब डेढ़ गुना अधिक प्रदूषित हो गई है। अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में वायु की गुणवत्ता और खराब होने की आशंका है। प्रवीण कुमार ने बताया कि ग्रेटर नोएडा में वायु गुणवत्ता नोएडा के मुकाबले और भी खराब हो गई है। ग्रेटर नोएडा में एक्यूआई 330 तक पहुंच गया है, जो बेहद खराब श्रेणी में आता है। उन्होंने बताया कि सभी विभाग ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) लागू होने का इंतजार कर रहे हैं। ग्रेप लागू होने के बाद सख्त कदम उठाए जाएंगे। दिल्ली से सटे गौतमबुद्ध नगर जिले के नोएडा व ग्रेटर नोएडा में बीते कुछ दिन से वायु प्रदूषण काफी बढ़ गया है। प्रदूषण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी प्रवीण कुमार ने बताया कि बुधवार को नोएडा में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 290 दर्ज किया गया जो खराब श्रेणी में आता है। उन्होंने बताया कि बीते 10 दिन में हवा करीब डेढ़ गुना अधिक प्रदूषित हो गई है। अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में वायु की गुणवत्ता और खराब होने की आशंका है। प्रवीण कुमार ने बताया कि ग्रेटर नोएडा में वायु गुणवत्ता नोएडा के मुकाबले और भी खराब हो गई है। ग्रेटर नोएडा में एक्यूआई 330 तक पहुंच गया है, जो बेहद खराब श्रेणी में आता है। उन्होंने बताया कि सभी विभाग ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रेप) लागू होने का इंतजार कर रहे हैं। ग्रेप लागू होने के बाद सख्त कदम उठाए जाएंगे।
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दिल्ली के प्रदूषण स्तर में थोड़ी गिरावट