नई दिल्ली । देश में कोरोना वायरस से दोबारा संक्रमण के खतरे को लेकर ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) ने कहा कि देश में कोरोना वायरस से दोबारा संक्रमण के तीन मामले मिले हैं। इनमें से दो केस मुंबई और अहमदाबाद में एक केस सामने आया है। आईसीएमआर के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि दोबारा संक्रमित होने की समय सीमा 100 दिन तय की गई है। कई अध्ययनों में भी यह सामने आया है कि एक बार संक्रमित होने वाले व्यक्ति के शरीर में आमतौर पर चार महीने तक एंटीबॉडीज मौजूद रहती है।
भार्गव ने कहा कि दोबारा संक्रमण एक समस्या है, जो पहली बार हांगकांग में सामने आया था। उन्होंने कहा विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की तरफ से हमें कुछ डाटा मिला है, जिसमें दुनियाभर में दोबारा संक्रमण के दो दर्जन मामलों का जिक्र है। दोबारा संक्रमित होने वाले लोगों से टेलीफोन पर बात कर कुछ डाटा एकत्र करने की कोशिश की जा रही है। भार्गव ने कहा कि डब्ल्यूएचओ ने भी अभी तक यह नहीं बताया कि कोई व्यक्ति 90 दिन, 100 दिन या 110 दिन बाद दोबारा संक्रमित हो सकता है। लेकिन अब सरकार ने इसकी समय सीमा 100 दिन तय कर दी है। इसके मुताबिक 100 दिन बाद दोबारा संक्रमित होने का खतरा है।
देश में रोजाना सामने आने वाले नए मामलों में बड़ी कमी आ रही है और ठीक होने वाले मरीजों की तादाद बढ़ रही है। पिछले 10 दिनों से प्रतिदिन मरने वालों की संख्या भी हजार के कम बनी हुई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रलय के मुताबिक पिछले पांच हफ्तों से प्रतिदिन औसत नए मामलों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। सितंबर के दूसरे हफ्ते में औसत दैनिक नए मामलों की संख्या 92,830 थी और जो अक्टूबर के दूसरे हफ्ते में घटकर 70,114 पर आ गई है। देशभर में कोरोना से हालात सुधर रहे हैं, लेकिन केरल, कर्नाटक और बंगाल में हालात ठीक होते नजर नहीं आ रहे। केरल में फिर देशभर में सबसे ज्यादा नए केस मिले हैं। केरल में 8,764, कर्नाटक में 8,191 और बंगाल में 3,631 नए मामले सामने आए हैं। केरल और बंगाल में संक्रमितों की संख्या तीन लाख को पार कर गई है, जबकि कर्नाटक में इनकी संख्या 7.26 लाख है।
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कोरोना वायरस से दोबारा संक्रमण के तीन मामले मिले, सतर्क रहने की जरूरत