नई दिल्ली । हाथरस मामले में सीबीआई लगातार छह दिन से पूछताछ कर रही है। अब उसके हाथ कई अहम सुराग लगे हैं। रविवार को एक बार फिर टीम ने घटना स्थल पर सबसे पहले पहुंचने वाले छोटू व एक अन्य युवक से पूछताछ की। सीबीआई ने सर्विलांस टीम से कुछ रिकॉर्ड मंगवाए हैं। सीबीआई टीम ने अलीगढ़ रोड स्थित अपने कैंप कार्यालय में बैठकर ही जांच को आगे बढ़ाया। एक आरोपी रामू के साथ चंदपा के पास ही चिलिंग प्लांट पर काम करने वाले गांव के एक युवक व घटना स्थल पर सबसे पहले पहुंचने का दावा करने वाले युवक छोटू को सीबीआई ने बुलाया। बूलगढ़ी में एक स्थानीय पुलिसकर्मी सफेद सूमो में पहुंचा। गांव से एक युवक को लेने के बाद छोटू को लेने उसके खेत पर गई। यहां से दोनों को सीबीआई के कैंप ऑफिस लाया गया। दोनों से यहां थोड़ी देर पूछताछ की गई। यहां से दोनों करीब डेढ़ बजे गांव वापस लाए गए। अपने घर पर छोटू ने बताया कि उसने रामू के जेल जाने के बाद दो दिन चिलिंग प्लांट पर नौकरी की थी, इसलिए उसे बुलाया गया था। उससे ज्यादा पूछताछ नहीं हुई। केवल चिलिंग प्लांट पर काम करने के बारे में तस्दीक की गई। छोटू ने सिर्फ इतनी बात बताई कि सीबीआई ने कोई और सवाल नहीं किया। दूसरे युवक ने बताया कि उससे कुछ नहीं पूछा गया। गौरतलब है कि छोटू व उसके भाई से सीबीआई शुक्रवार को कई घंटे की लंबी पूछताछ कर चुकी है। शनिवार को पीड़ित परिवार से टीम ने गांव पहुंचकर पड़ताल की थी। अब सीबीआई कभी भी अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज व आरोपियों से पूछताछ के लिए जेल का रुख कर सकती है। सीबीआई की टीम ने जब आरोपियों के घर पर पूछताछ की तो कुछ संदिग्ध सामान भी अपने साथ ले गई। इनमें आरोपी लवकुश के घर से मिले कपड़े भी शामिल हैं। बताया गया है कि इनपर लाल रंग के निशान लगे थे। परिवार, इन्हें पेंट के निशान बता रहा है। सीबीआई ने सवा तीन घंटे तीनों आरोपियों के यहां और लवकुश के यहां एक टीम ने करीब तीन घंटे पूछताछ की थी। इस दौरान टीम ने 14 सितंबर को आरोपियों के पहने हुए कपड़ों के बारे में पूछताछ की और उन कपड़ों को देखा। लवकुश के घर पर जांच के दौरान टीम को कपड़ों पर लाल रंग के निशान दिखे। इन कपड़ों को टीम अपने साथ ले गई। बाद में लवकुश के भाई ने बताया कि उसका एक भाई पेंटर है। उसी के कपड़ें पर पेट लगा हुआ था। सीबीआई उन्हीं को ले गई है।
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छोटू से पूछताछ के बाद सीबीआई के हाथ लगे ये अहम सुराग