नई दिल्ली । चुनाव आयोग ने मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को इमरती देवी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के मामले में नोटिस जारी किया है। कमलनाथ को अपना जवाब 48 घंटे के अंदर दाखिल करना होगा। गौरतलब है कि राष्ट्रीय महिला आयोग ने यह मामला चुनाव आयोग के पास रेफर किया था ताकि वे कमलनाथ के खिलाफ कार्रवाई कर सकें। ज्ञात हो कि 18 अक्टूबर को कमलनाथ ने एक चुनावी रैली में भाजपा नेत्री इमरती देवी को 'आइटमÓ कहकर संबोधित किया था, जिसके बाद राजनीति तेज हो गयी थी। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उनसे माफी मांगने को कहा था। उन्होंने इस बयान को नारी जाति का अपमान बताया था।
कमलनाथ के बयान की कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी निंदा की थी और कहा था कि इस तरह की भाषा का प्रयोग नहीं होना चाहिए। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। लेकिन कमलनाथ ने माफी नहीं मांगी। उन्होंने यह कह दिया कि मैंने किसी अपमानजनक भाषा का प्रयोग नहीं किया। इस तरह की भाषा का प्रयोग संसद में सूची को बताने के लिए किया जाता है। फिर भी अगर मेरी बातों से किसी को चोट पहुंची है तो मैं खेद प्रकट करता हूं।
मंगलवार को ग्वालियर में एक चुनावी रैली के दौरान इमरती देवी फूट-फूटकर रो पड़ी थीं। उधर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता माणक अग्रवाल ने कहा कि राहुल गांधी कांग्रेस के सबसे बड़े नेता हैं। सभी कार्यकर्ता और नेता उनकी बात मानते हैं। यदि राहुल गांधी ने कहा कि ऐसे शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए तो कमलनाथ को अपने शब्दों के लिए तुरंत माफी मांगनी चाहिए। माणक अग्रवाल ने कहा कि अभी भी समय है, कमलनाथ को तुरंत माफी मांगनी चाहिए। हालांकि कमलनाथ माफी मांगने को तैयार नहीं हैं।
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इमरती देवी पर अमर्यादित टिप्पणी कर फंसे कमलनाथ अब चुनाव आयोग ने भेजा नोटिस, 48 घंटे में देना होगा जवाब