उत्तर कोरिया के तानाशाह शासक और सनकी नेता किम जोंग उन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ हनोई में हुई शिखर वार्ता में अमेरिका पर ‘बदनीयत के साथ एकतरफा रुख अपनाने’ का आरोप लगाया है और कहा है कि कोरियाई प्रायद्वीप में शांति वॉशिंगटन पर निर्भर करती है। किम ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ गुरुवार को हुई पहली शिखर वार्ता के दौरान यह बयान दिया। मीडिया के मुताबिक किम और पुतिन की बातचीत को ‘स्पष्ट एवं मित्रवत’ बताया। किम के यह बयान देने से करीब एक सप्ताह पहले ही उत्तर कोरिया ने अमेरिका के साथ वार्ता से अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ को हटाए जाने की मांग की थी और उन पर वार्ता प्रक्रिया को पटरी से उतारने का आरोप लगाया था। केसीएनए ने बताया कि उत्तर कोरिया के नेता ने कहा, ‘कोरियाई प्रायद्वीप और क्षेत्र में हालात अब एक अहम बिंदु पर पहुंच गए हैं।’ एजेंसी के अनुसार, किम ने चेताया कि हालात ‘फिर से पुरानी स्थिति पर पहुंच सकते हैं क्योंकि अमेरिका ने हाल में दूसरी डीपीआरके-अमेरिका शिखर वार्ता में बदनीयत के साथ एकतरफा रुख अपनाया।’ किम-ट्रम्प शिखर वार्ता फरवरी में बिना किसी समझौते के समय से पूर्व समाप्त हो गई थी। समाचारों के अनुसार, किम ने पुतिन से कहा कि उत्तर कोरिया ‘हर संभावित स्थिति के लिए स्वयं को तैयार करेगा।’ एजेंसी ने बताया कि किम ने पुतिन को ‘सुविधाजनक समय पर’ उत्तर कोरिया आने का आमंत्रण दिया और पुतिन ने यह आमंत्रण स्वीकार कर लिया।