श्रीलंका में ईस्टर हमलों में हुए आत्मघाती हमले में मारे गए लोगों की संख्या में का निरंतर बढ़ना इश धमाके की भयावहता को दर्शाता है। यह इस बात का संकेत देता है कि इस दौरान हुए विस्फोट कितने शक्तिशाली रहे होंगे। हमले में बुधवार को मृतक संख्या 359 घोषित की गई थी लेकिन संशोधित आंकड़ों के अनुसार 253 लोगों की मौत हुई है। मृतकों संख्या में यह संशोधन घातक हमलों की भयावहता का संकेत है।
अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट इतना विध्वंसक था कि लोगों का शरीर कई हिस्सों में बिखर गया था, जिसकी वजह से शुरुआत में शवों की पहचान करने में भ्रम की स्थिति बन गई थी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कई मृतकों के शरीर के कई टुकड़े हो गए थे। कई शवों की गिनती दो बार हो गई थी। स्वास्थ्य मंत्रालय के महानिदेशक अनिल जैसिंघे ने बताया कि मानव अवशेषों की बहुत विकृत रूप के कारण फोरेंसिक विशेषज्ञों के लिए शुरुआत में एक सटीक संख्या का पता लगाना मुश्किल हो गया था।
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श्रीलंका बम धमाकों में मारे गए लोगों की बढ़ती संख्या 'भयावहता' का संकेत