शिमला। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के कोरोना पॉजिटिव आने के बाद हालाकि अब वे कोरोना नेगेटिव हो चुके हैं, लेकिन रविवार तक होम आइसोलेट ही रहेंगे। इधर सीएम के आइसोलेट होते ही मंत्री भी सचिवालय से नदारद हो गए हैं। हालात यह है कि राज्य सचिवालय में दो दिन से एक भी मंत्री नहीं आया। कैबिनेट मंत्री सुरेश भारद्वाज और डॉक्टर रामलाल मारकंडा भी होम आइसोलेट हैं।
मुख्यमंत्री की अनुपस्थिति में मंत्री ही एकमात्र जरिया होते हैं, जिनके माध्यम से जनता के काम होते हैं। ऐसी स्थिति में बाकी मंत्रियों को राज्य सचिवालय में जिम्मा संभालना चाहिए था, जिसमें वे विफल रहे हैं। पूर्व में भी मंत्रियों के सचिवालय न आने का मुद्दा गर्माया था, जिसके बाद सीएम जयराम ठाकुर ने मंत्रियों की सचिवालय में बैठने की ड्यूटी भी लगाई थी। कुछ समय तक सब ठीक-ठाक चलता रहा, लेकिन अब फिर वही ढाक के तीन पात हो गए हैं। मंत्रियों के सचिवालय न आने को लेकर सीएम जयराम ठाकुर क्या बोलेंगे, इस पर 27 अक्तूबर को होने वाली कैबिनेट बैठक पर नजरें टिक गई हैं। क्या सीएम अपने वजीरों को कहेंगे कि वे निर्धारित दिनों में सचिवालय में जरूर बैठें। कैबिनेट बैठक सुबह साढ़े 10 बजे राज्य सचिवालय में शुरू होगी, जिसमें स्कूलों को खोलने पर विचार किया जा सकता है। कैबिनेट बोर्ड कक्षाओं को स्कूल बुलाने पर निर्णय ले सकती है। इसी तरह कालेज के छात्रों को प्रमोट करने पर भी फैसला हो सकता है। हिमाचल प्रदेश में फिलहाल कोरोना के कुल मामले 20 हजार के करीब हो गए हैं।
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हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर होम आइसोलेट, सचिवालय से से मंत्री ‘गायब’ -राज्य सचिवालय में दो दिन से एक भी मंत्री नहीं आया, भगवान भरोसे जनता के काम