लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि उनकी सरकार ने पिछले साढ़े तीन वर्षों में तीन लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई है। इन भर्तियों में प्रक्रिया में कोई अंगुली नहीं उठा सकता है। सभी निक्तियों में पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता का ध्यान रखा गया है। यही हमारी पूंजी है। उन्होंने कहा कि राज्य में अब पूरी शुचिता और पारदर्शिता के साथ योग्य उम्मीदवार को ही नौकरी मिलेगी। इसमें गड़बड़ी की कोई गुंजाइश नहीं है। बावजूद इसके नियुक्तियों में भ्रष्टाचार हुआ तो दोषियों को जेल में ही ठिकाना मिलेगा।
मुख्यमंत्री योगी ने शुक्रवार को उप्र के राजकीय माध्यमिक स्कूलों में एलटी ग्रेड के नए चयनित 3,317 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरित किया। इस दौरान उन्होंने पांच शिक्षकों को प्रतीकात्मक रूप से नियुक्ति पत्र दिया, जबकि बाकी सभी शिक्षकों को ऑनलाइन नियुक्ति पत्र जारी किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि उप्र में नौकरी का एक मात्र मानक मेरिट है। पूरी शुचिता और पारदर्शिता के साथ योग्य उम्मीदवार को ही नौकरी मिलेगी। इसमें गड़बड़ी की कोई गुंजाइश नहीं है। बावजूद इसके नियुक्तियों में भ्रष्टाचार हुआ तो दोषियों को जेल में ही ठिकाना मिलेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में हमने तकनीक को बहुत नजदीक से जाना है। आनलाइन व्यवस्था का लाभ गरीबों को सीधे पहुंचाया जा रहा है। आनलाइन शिक्षा हो या फिर गरीबों और बुजुर्गों तक लाभ पहुंचाने का कार्य हो, एक क्लिक में उनके खाते में राहत राशि पहुंचाई गई है। अब चयन प्रक्रिया में भी इसका लाभ पूरी पारदर्शिता के साथ मिल रहा है।
उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षक समाज का मार्ग दर्शक होता है। आज चयनित सभी युवाओं को इसे सिद्ध करना होगा। एक शिक्षक चाहे तो समाज की व्यवस्था में परिवर्तन ला सकता है। उन्होंने कहा कि आज आपरेशन कायाकल्प योजना के तहत स्कूलों में बुनियादी सुविधाएं दी जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने नवनियुक्त शिक्षकों से कहा कि मौजूदा युग तकनीक का है। खुद भी तकनीकी रूप से अपडेट रहें और बच्चों को भी करें। तकनीक ही पारदर्शिता की कुंजी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि युवा हमारी पूंजी है। जो जिस लायक है उसकी मेरिट का सम्मान करते हुए वह जगह मिल रही है।
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नियुक्तियों में भ्रष्टाचार किया तो होगी जेल-योगी