मुंबई, । इस साल कोरोना संक्रमण के चलते सभी त्योहारों पर ग्रहण लगा हुआ है. कोरोना के संकट को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने अभी तक किसी भी त्योहारों को भीड़ के साथ मनाने की इजाजत नहीं दी है. यहां तक कि, मंदिरो के द्वार को भी खोलने की लगातार मांग हो रही है लेकिन सरकार ने अबतक मंदिरों के द्वार खोलने का निर्णय नहीं लिया है और ना ही किसी को कोई त्योहार सार्वजानिक रूप से मनाने की इजाजत दी है. इस बीच ३० अक्टूबर को मुस्लिम समुदाय का ईद मिलादुन नबी का त्योहार है. मुंबई समेत समूचे महाराष्ट्र में मुस्लिमों के त्योहार ईद मिलादुन नबी के मानने को लेकर महाराष्ट्र सरकार और मुस्लिम संगठनों के बीच विवाद उत्पन्न हो गया है विवाद. मुस्लिमों के धार्मिक संगठन रजा अकादमी ने ऐलान किया है कि अगर उद्धव सरकार ने उनके त्योहार को मनाने की इजाजत नहीं दी तो वो अपनी मांग और उद्धव सरकार के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटायेंगे. रजा अकादमी के मुताबिक त्योहार को मनाने और जुलूस निकलने की इजाजत के लिए रजा अकादमी महाराष्ट्र सरकार और पुलिस प्रशासन के साथ बैठक भी कर चुकी है. राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से बात करके बताने का आश्वाशन भी दे चुके हैं लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से कोई फैसला नहीं लिया गया. ३० अक्टूबर को ईद मिलादुन नबी का त्योहार है ऐसे में अभी तक महाराष्ट्र सरकार की तरफ से कोई फैसला न लिए जाने की वजह से रजा अकादमी ने अब अदालत जाने का फैसला लिया है. रजा अकादमी के मुताबिक मुंबई में करीब 102 सालों से ये त्योहार मनाया जाता है. जिसमे जुलूस भी निकलता है, जिससे मुस्लिमों की आस्था जुड़ी है लेकिन महाराष्ट्र सरकार ने अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है.
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महाराष्ट्र में ईद मिलादुन नबी पर विवाद, उद्धव सरकार के खिलाफ कोर्ट जाएगी रजा अकादमी