मुंबई। लंबी नाराजगी के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से इस्तीफा देने वाले एकनाथ खडसे शुक्रवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में शामिल हो गए। एनसीपी चीफ शरद पवार की मौजूदगी में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ली। भ्रष्टाचार के आरोप लगने के बाद 2016 में तत्कालीन भाजपा सरकार में मंत्री पद से इस्तीफा देने बाद से ही खडसे नाराज चल रहे थे। पूर्व राजस्व मंत्री को भाजपा द्वारा 2016 में पुणे के पास एक भूमि सौदे में भ्रष्टाचार और हितों के टकराव के आरोपों के बाद पद से इस्तीफा देने के बाद पद से हटा दिया गया था। वह तब से पार्टी से नाराज हैं। उन्हें पिछले साल हुए राज्य विधानसभा चुनावों में टिकट से वंचित कर दिया गया था। हाल ही में उन्होंने बीजेपी से नाता तोड़ लिया था।
बीजेपी से अलग होने के बाद उन्होंने कहा था कि वे 23 अक्टूबर को एनसीपी ज्वाइन करेंगे। इस्तीफे के साथ ही खडसे ने महाराष्ट्र क पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस पर हल्ला बोला। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल को इस्तीफा सौंपने के बाद खडसे ने कहा कि वह व्यक्तिगत कारण से पार्टी छोड़ रहे हैं। उसके बाद मीडिया में दिए बयान में खडसे ने जमकर फडणवीस को कोसा। उन्होंने कहा- 'मेरी इच्छी नहीं थी पार्टी छोड़ने की लेकिन एक व्यक्ति की वजह से छोड़ना पड़ रहा है। इसकी शिकायत मैंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से की लेकिन वहां भी सुनवाई नहीं हुई, इसलिए मैंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया। खडसे ने कहा- मेरी नाराजगी देवेंद्र फडणवीस से है। मेरे पीछे जनता है और मैंने अपना इस्तीफा दिया और एनसीपी में शामिल हो जाऊंगा। 40 साल मैंने पार्टी को दिए हैं।
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एनसीपी में शामिल हुए एकनाथ खडसे, बीजेपी से तोड़ा था 40 साल पुराना नाता -राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी चीफ शरद पवार की मौजूदगी में ली पार्टी की सदस्यता